Movie Review: 70 के दशक में जुर्म की दुनियाँ को दर्शाती है फिल्म 'मटका' वरुण तेज का जबरदस्त अभिनय
- फिल्म समीक्षा : मटका
- बैनर: व्यारा एंटरटेनमेंट्स और एसआरटी एंटरटेनमेंट्स
- कलाकार : वरुण तेज, मीनाक्षी चौधरी, नोरा फतेही
- निर्देशक : करुणा कुमार
- निर्माता : डॉ. विजेंद्र रेड्डी तीगाला और रजनी तल्लूरी
- अवधि : 2 घंटे 39 मिनट
- रिलीज़ डेट: 14 नवंबर
- रेटिंग: ⭐️⭐️⭐️ 1/2
फिल्म ’मटका’; सच्ची घटनाओं पर आधारित है फिल्म
70-80 के दशक की सच्ची घटनाओं से प्रभावित है जबरदस्त एक्शन, थ्रिल और ड्रामा से भरपूर फिल्म "मटका"
जुर्म, वारदात, रीऐलिटी और एक्शन से भरी फिल्में हमेशा से दर्शकों को रोमांचित करती हैं। दक्षिण भारत के स्टार वरुण तेज, मीनाक्षी चौधरी और नोरा फतेही जैसे कलाकारों से सजी एक्शन पैक्ड फिल्म मटका तेलुगू, तमिल, कन्नड और मलयालम के साथ साथ हिन्दी में पूरे जोर शोर से रिलीज कर दी गई। 60, 70 और 80 के दशक में फैले जुए के कारोबार जो कि मटका के नाम से आम जनमानस में प्रचलित था इसी को आधार बनाते हुए निर्देशक करुणा कुमार ने रीऐलिटी को भरपूर तथ्यों, क्रिएटिव ड्रामा और जबरदस्त एक्शन का तड़का लगाकर इसको पैन इंडिया फिल्म के रूप में दर्शकों के सामने पेश करने का अच्छा प्रयास किया है। व्यारा एंटरटेनमेंट्स और एसआरटी एंटरटेनमेंट्स के बैनर तले बनी फिल्म मटका का निर्देशन और लेखन करुणा कुमार ने किया है और डॉ. विजेंद्र रेड्डी तीगाला और रजनी तल्लूरी ने इसका निर्माण किया है। और हिंदी में मटका को रिलीज कर रहे हैं अनीश देव कहानी की शुरुवात बचपन में वासू के द्वारा एक झगड़े में किये गए मर्डर से होती है जिसे उस केस में जुवएनाइल में डाल दिया जाता है जहां उसकी मुलाकात जेलर से होती है जो उससे जेल में फाइट करने को मोटिवेट करता है और जब वासू अपनी सजा पूरी कर के जेल से बाहर आता है तब वह एक जोशीले और जावान फाइटर बन चुका होता है जिसके अंदर महत्वाकांक्षा है कुछ कर गुजरने का जुनून है जिसका अंदाज वासू(वरुण तेज) के एक डायलॉग से ही लग जाता है जब वह जेलर के सवाल पर कि ’जेल से बाहर जाकर वह क्या करेगा’? के जवाब में कहता है कि विशाखापट्टम मे लोगों को 2 ही चीजें याद रहेंगी या तो समंदर या वासू। यहीं से फिल्म का टोन सेट हो जाता है। और समझ में आने लगता है कि फिल्म काफी रोमांचक होने वाली है। कहानी अपने अनोखे अंदाज में आगे बढ़ती है वासु कपड़ों की फैक्ट्री लगाने के सिलसिले में मुंबई जाता है जहां सड़क किनारे जुआ खेल रहे कुछ मजदूरों को देखकर वासू के दिमाग में मटके से जूए का व्यापार करने का आइडिया आता है और उसी वक्त वो कपड़ों की फैक्ट्री का विचार छोड़ देता है और वापिस अपने घर के लिए ट्रेन पकड़ता है जिसमें उसने यात्रियों को पहली बार मटके से जुआ खेलना सिखाया और पैसे कमाने में सफल रहा और यहीं से शुरुआत हो जाती है वासु के मटका किंग बनने की। क्या वासु अपना मुकाम हासिल कर पाएगा ये जानने के लिए आपको पूरी फिल्म देखनी पड़ेगी
निर्देशक करुणा कुमार ने अपने अनुभव और प्रतिभा का जबरदस्त समन्वय दिखते हुए 60, 70 और 80 के दशक में जुए, नकली नोटों के व्यापार, पैसे और पावर के खेल में जुर्म की दुनिया का पूरा यूनवर्स क्रीऐट कर दिया है जो दर्शकों को रोमांचित करेगा और उनके फिल्म देखने के मजे को दोगुना कर देगा। फिल्म में छोटी छोटी बातों का बखूबी खयाल रखा गया है। खासकर कास्टूम और बैकग्राउंड म्यूजिक की बात करें तो इसपे अच्छा काम किया गया ये आपको पुराने दौर में ले जाने में सफल होंगे। फिल्म में एक से बढ़ कर एक डायलॉग हैं जो दर्शकों की जुबान पर सहज ही चढ़ जाएंगे। “मैने मारा तो तू मर जाएगा” ये डायलॉग फिल्म का सबसे धांसू डायलॉग है जो जुबान पर चढ़ जाता है और वरुण तेज इतनी शिद्दत से ये डायलॉग बोलते हैं विश्वास हो जाता है कि वो मार ही देंगे। मटका किंग वासू के रोल में साउथ स्टार वरुण तेज ने अपनी डायलॉग डेलीवरी, इन्टेन्स इक्स्प्रेशन और धांसू एक्शन और बॉडी लैंग्वेज से दर्शकों को सम्मोहित करने में सफल रहे है। बचपन में गरीबी के थपेड़े झेलकर युवा हुए वासू के रूप में वरुण तेज का गबरू जवान वाला लुक दर्शकों को सम्मोहित करेगा। मीनाक्षी चौधरी पिछली कई फिल्मों मे अपनी प्रतिभा दिखा चुकी है । इस फिल्म में वो वरुण की प्रेमिका और पत्नी सुजाता का रोल अदा कर रही हैं जिसमे वह जँच भी रही हैं। उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है। नोरा फतेही की पहचान अबतक उनके लचीले डांस मूव्स और फिल्मों में आइटम गर्ल के रूप में होती थी लेकिन इस फिल्म में उन्होंने सोफिया नाम की खूबसूरत लड़की के किरदार में अपनी ऐक्टिंग स्किल से उन्होंने साबित कर दिया है की उनके अंदर अच्छे ऐक्टर की भरपूर संभावनाएं हैं। फिल्म में नोरा की ऐक्टिंग के साथ दर्शक उनके कातिलाना आइटम नंबर “ले ले राजा” का भी आनंद उठा सकेंगे। सच्ची घटनाओं से प्रेरित इस सिनेमा में कैसे वासु मटका नाम के जुए के द्वारा पूरे देश पर राज करता है और कैसे सरकार उसपर एक्शन लेने पर मजबूर होती है, फ़िल्म उसके सफर को दर्शाती है।