Death: सुपुर्द-ए-खाक हुए शोले के सूरमा भोपाली, 81 साल की उम्र में जगदीप ने ली अंतिम सांस
Death: सुपुर्द-ए-खाक हुए शोले के सूरमा भोपाली, 81 साल की उम्र में जगदीप ने ली अंतिम सांस
डिजिटल डेस्क, मुंबई। कोरोना संकट के बीच बॉलीवुड से लगातार दुखद खबरें सामने आ रही हैं। हाल ही में मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान का निधन हुआ है। इसके महज पांच दिन बाद ही जाने-माने कॉमिडियन और एक्टर जगदीप ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। जगदीप के निधन से बॉलीवुड गलियारा शोक में डूबा हुआ है। बढ़ती उम्र से होने वाली दिक्कतों के चलते 81 वर्ष की उम्र में उनका निधन बुधवार रात मुंबई स्थित अपने घर पर ही हुआ।
जगदीप को आज (गुरुवार) मुंबई के मझगांव स्थित शिया कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इस मौके पर परिवार और दोस्तों ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी। उनका अंतिम संस्कार दोपहर करीब 12 बजे किया गया।
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फिल्म की शुरुआत
जगदीप ने वर्ष 1951 में बी आर चोपड़ा की फिल्म "अफसाना" से बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा था। इस फिल्म में जगदीप ने बतौर बाल कलाकार काम किया था और उन्हें इस इस किरदार के लिए मेहताना के रूप में तीन रुपए दिए जाने की बात कही गई थी। हालांकि एक डायलॉग के बाद इस राशि को दोगुना कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने कई छोटे बड़े किरदार निभाए।
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जगदीप का असली नाम सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी था। उन्होंने अपने कॅरियर में करीब 400 फिल्मों में काम किया। इनमें से 1975 में आई फिल्म शोले के सूरमा भोपाली के किरदार ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई। उनका डायलॉग "हमारा नाम सूरमा भोपाली ऐसे ही नहीं है" काफी पॉपुलर हुआ। एक्टर जगदीप के निधन पर बॉलीवुड कलाकारों ने दुख जताया और सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धाजंलि दी।