जानें कितनी खास है रशिया के राष्ट्रपति पुतिन की नई लिमोजिन
जानें कितनी खास है रशिया के राष्ट्रपति पुतिन की नई लिमोजिन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में एक उद्घाटन समारोह में बरसों से इस्तेमाल की जा रही मर्सडीज-बैंज लिमोजिन को छोड़कर रशिया के प्रेसिडेंट व्लादिमिर पुतिन अपनी नई कार में दिखाई दिए। यह कार रशिया मेड लिमोजिन है जिसका नाम सीनेट लिमोजिन है। यह सोवियत के समय की याद दिलाता है जब देश में बनी कारों को इस्तेमाल किया जाता था। सोवियत के नेता जिल-लिमोजिन में घूमा करते थे और उनसे छोटे अफसरों के लिए सीगल्स थीं। पुतिन पिछले तीन समारोह में अपनी पुरानी कार मर्सडीज पुलमैन से पहुंचे थे।
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फिलहाल पुतिन जो लिमोजिन इस्तेमाल कर रहे हैं उसका डेवलपमेंट 2013 से किया जा रहा था और पिछले साल से ही कार का उत्पादन शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट पर 12.4 बिलियन रुबेल या भारतीय मुद्रा में कहें तो 13 अरब रुपए से भी ज्यादा का निवेश किया गया है। यह कार मेड इन रशिया है, इसके पुर्जे भी रशिया में बनाए गए हैं और ये कार रशियन विशेषज्ञों के हाथों से बनी है।
सोर्स : RT
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नई लिमोजिन का आकार 6,000 mm से थोड़ा सा ज्यादा है और रशियन टेलिविजन की रिपोर्ट की मानें तो यह एक मल्टीपर्पस वाहन है जिसका नाम क्रेमलिन टावर से लिया गया है।इसे जल्द ही बाजार में बेचने के लिए भी उतारा जाएगा और इसकी कीमत और स्पेसिफिकेशन मर्सडीज-मायबक बेंटले और रोल्स रॉयस जैसी कारों जैसे होंगे और इसका मुकाबला भी इन्ही कारों से होगा।
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बोलशेविक नेता वदिमिर लेनिन ने भूतपूर्व रॉयल फैमिली से कारें मिली जिसमें से उन्होंने रोल्स रॉयस घोस्ट चलाई, वहीं स्टेलिन की पसंदीदा कार पार्क्ड थी। जिल की बख्तरबंद लिमोजिन 1950 के दशक में आईं और इनका इस्तेमाल 1990 के दशक के मध्य तक होता रहा जबतक लोगों ने पूरी तरह मर्सडीज की कारों को अपना नहीं लिया।