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UPI Myths: आज भी लोगों में हैं यूपीआई को लेकर ये मिथ्याएं, जाने क्या है सच और क्या झूठ
- यूपीआई से भुगतान के लिए जरूरी होती है पिन
- अपने आप नहीं एक्सेप्ट होती है पेमेंट रिक्वेस्ट
- दूसरी पार्टी खुद से नहीं कर सकती हैं पेमेंट प्रोसेस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में इन दिनों लगभग सभी लोग यूपीआई का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन इसे लेकर कई लोगों के मन में अब भी कई मिथ्याएं है। इनमें सबसे बड़ी मिथ्या है कहीं इसके जरिए पैसे लूट तो नहीं लिए जाएंगे। जैस-जैसे यूपीआई पर यूर्जस बढ़ते जा रहे हैं मिथ्याएं भी बढ़ रही हैं। चलिए जानते हैं यूपीआई को लेकर सबसे ज्यादा किन बातों को लेकर लोग चिंतित रहते हैं।
1. अपने आप एक्सेप्ट हो जाती हैं पेमेंट रिक्वेस्ट
लोगों के बीच सबसे आम गलतफहमियों में से एक यह है कि केवल यूपीआई या बैंक ऐप खोलने से पेमेंट रिक्वेस्ट एक्सेपट हो जाएगा और उनके खाते से पैसे कट जाएंगे। लेकिन ये सच नहीं है। बता दें, लेनदेन करने के लिए यूजर्स को पहले पेमेंट रिक्वेस्ट पर जाना होगा और पे करने वाले विकल्प पर क्लिक करना होगा। जिसके बाद उन्हें अपना यूपीआई पिन डालना होगा जिसके बाद ही लेनदेन की प्रक्रिया पूरी होगी। इन प्रोसस के बिना, लेन-देन आगे नहीं बढ़ेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि केवल उन्हीं को ही भुगतान होगा जिन्हें यूजर करना चाहेंगे।
2. दूसरी पार्टी खुद से कर सकते है पेमेंट प्रोसेस
यूपीआई को लेकर एक और बड़ी मिथ्या है कि कोई बाहरी पार्टी सीधे यूजर्स के खाते से उनके पैसे निकाल सकता है। लेकन ये बिल्कुल गलत है। बता दें, यूपीआई और अन्य बैंकिंग एप इस तरह डिजाइन किए गए हैं कि केवल खाताधारक ही पेमेंट प्रोसेस कर सकते हैं।
3. बैलेंस पूछताछ के लिए पिन डालने से हो जाते हैं पेमेंट
कुछ यूजर्स का मानना हैं कि अपना बैलेंस चेक करने के लिए बस अपना यूपीआई पिन दर्ज करने से पेमेंट रिक्वेस्ट एक्सेपट किया जा सकता है। लेकिन ऐसा नहीं है। जी हां, ये सच है कि पिन की आवश्यकता बैलेंस चेक करने के लिए भी होती है, लेकिन यह किसी भी भुगतान या निकासी लेनदेन को एक्सेपट नहीं करता है। भुगतान करने के लिए, यूजर्स को एक अलग प्रोसेस से गुजरना पड़ता है।
Created On :   17 Jan 2025 2:52 AM IST