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भारतीय आईटी सेवा उद्योग की वृद्धि धीमी होने की संभावना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी आईसीआरए ने सोमवार को कहा कि निकट से मध्यम अवधि में भारतीय आईटी सेवा उद्योग की विकास गति धीमी रहने की संभावना है।
प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों के कारण विवेकाधीन आईटी खर्च में कमी होने पर विकास की गति में मंदी देखी जाएगी।
आईसीआरए के सहायक उपाध्यक्ष और सेक्टर हेड दीपक जोतवानी ने कहा, अग्रणी आईटी सेवा कंपनियों की ऑर्डर बुक की स्थिति मजबूत बनी हुई है, जो निकट अवधि में विकास का समर्थन करेगी। हालांकि, मैक्रो-इकोनॉमिक हेडविंड्स के कारण आगे चलकर कम ऑर्डर प्रवाह हो सकता है।
रेटिंग एजेंसी को निकट से मध्यम अवधि में डॉलर के संदर्भ में 9-11 प्रतिशत की मामूली राजस्व वृद्धि की उम्मीद है।
इसके अलावा, मजदूरी लागत मुद्रास्फीति और परिचालन ओवरहेड्स के कुछ सामान्यीकरण के कारण नमूना सेट के लिए ऑपरेटिंग मार्जिन (ओपीएम) वित्तवर्ष 2023 में 150-200 बीपीएस तक कम होने की उम्मीद है।
आईसीआरए ने कहा, मध्यम अवधि में अपेक्षित सुधार के साथ यह स्वस्थ स्थिति (20-22 प्रतिशत पर) बनी रहेगी, जो मजदूरी लागत के स्थिरीकरण द्वारा समर्थित है।
प्रमुख आईटी सेवा कंपनियों के आईसीआरए के नमूना सेट ने वित्तवर्ष 2023 के नौ महीनों में रुपये के संदर्भ में 18.4 प्रतिशत और डॉलर के संदर्भ में 9.9 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि दर्ज की, जबकि वित्तवर्ष 2022 में डॉलर के संदर्भ में 17-18 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
एजेंसी के अनुसार, खंड-वार प्रवृत्ति के संदर्भ में बीएफएसआई खंड में वृद्धि, आईटी कंपनियों के लिए प्रमुख क्षेत्रों में से एक, हाल की तिमाहियों में अन्य खंडों की तुलना में कम हो गई है, जो कम ऋण गतिविधि के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदार है।
एजेंसी के अनुसार, इसके अलावा, यदि मैक्रोइकॉनॉमिक हेडविंड्स बने रहते हैं, तो मैन्युफैक्चरिंग और हेल्थकेयर सेगमेंट की तुलना में मॉर्गेज लेंडिंग और रिटेल सेगमेंट में ग्रोथ में अपेक्षाकृत अधिक मॉडरेशन देखने की उम्मीद है।
उद्योग भी हाल के दिनों में मांग-आपूर्ति के अंतर के कारण, विशेष रूप से डिजिटल तकनीक प्रतिभा के लिए उच्च कर्मचारी छंटनी से जूझ रहा है।
हालांकि, पिछली दो तिमाहियों से एट्रिशन में गिरावट का रुख है और आईसीआरए को उम्मीद है कि स्थिर होने से पहले अगली दो-तीन तिमाहियों में एट्रिशन में और गिरावट आएगी, जो वित्तवर्ष 2022 में मजबूत हायरिंग द्वारा समर्थित है।
जोतवानी ने कहा, वित्तवर्ष 2022 में अतिरिक्त क्षमता बढ़ने और मैक्रोइकॉनॉमिक हेडविंड के कारण पिछले वित्तवर्ष की तुलना में मांग में अपेक्षित कमी के कारण हम निकट अवधि में आईटी सेवा कंपनियों द्वारा कम हायरिंग की उम्मीद करते हैं।
(आईएएनएस)
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Created On :   6 Feb 2023 7:30 PM IST