भामरागढ़ का त्रिवेणी संगम विकास की प्रतीक्षा में

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
गड़चिरोली भामरागढ़ का त्रिवेणी संगम विकास की प्रतीक्षा में

डिजिटल डेस्क, भामरागढ़ (गड़चिरोली)। गड़चिरोली जिले के भामरागढ़ तहसील में तीन नदियों का संगम पर्यटकों के लिये आकर्षण का केंद्र है। पर्लकोटा-इंद्रावती-पामुलगौतम इन तीन नदियों के संगम सबके लिए धार्मिक आस्था का भी केंद्र है। परंतु इस परिसर में किसी भी तरह की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाने के कारण पर्यटकों को असुविधाएं हो रही हैं। यदि इस पर्यटनस्थल का विकास होगा तो, पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी।  ग्रीष्मकाल के दिनों में इस नैसर्गिक स्थल का आनंद लेने के लिये पर्यटक इस त्रिवेणी संगम में आते है। आदिवासी बहुल, नक्सल प्रभावित, पिछड़ा और जिले के आखिरी छोर पर बसे भामरागढ़ समीप हेमलकसा में डा. प्रकाश आमटे द्वारा एक कुटिया निर्माण कर स्थानीय आदिवासियों को स्वास्थ्य सेवा अविरत रूप से देने का कार्य शुरू है। उनके इस कार्य का संज्ञान लेते हुए राजय सरकार द्वारा उन्हें विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा गया। विशेषत: डा. प्रकाश आमटे के जीवन पर "डा. प्रकाश अामटे द रियल हीरो" नामक फिल्म बनी। तब से हेमलकसा के लोकबिरादरी प्रकल्प को भेंट देने के लिये राज्य समेत बाहरी राज्य के पर्यटक बड़ी संख्या में भामरागढ़ में आ रहे हंै।  डा. प्रकाश आमटे का लोकबिरादरी प्रकल्प देखने के बाद भामरागढ़ समीप गोदावरी-प्राणहिता-इंद्रावती इन तीन नदियों का संगम यानी त्रिवेणी संगम को देखने जाते हंै। भामरागढ़ तहसील को लोकबिरादरी प्रकल्प व तीन नदियों के संगम के चलते एक अलग पहचान मिली है। डा. प्रकाश आमटे के प्रकल्प में आनेवाले अधिकतर पर्यटक तीन नदियों का संगम देखने के लिये त्रिवेणी संगम स्थल पर पहुंचते हंै। लेकिन यहां पर प्रशासन द्वारा पर्यटकों के लिये किसी भी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। स्थानीय लोगों को रोजगार दिलाने के लिये पर्यटनस्थल का विकास करना जरूरी होने की बात कही जा रही है।

Created On :   9 Nov 2022 3:43 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story