बंदी संजय ने बनाई थी प्रश्नपत्र लीक करने की योजना
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना भाजपा प्रमुख बंदी संजय कुमार ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर 10वीं कक्षा का प्रश्न पत्र लीक करने की योजना बनाई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
संजय को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। वारंगल के पुलिस आयुक्त एवी रंगनाथ ने बुधवार को कहा कि संजय ने व्हाट्सएप पर लीक हुए पेपर को साझा करने वाले बी प्रशांत के साथ कई टेलीफोन पर बातचीत और चैट की थी।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, उन्होंने कहा कि जब प्रशांत ने व्हाट्सएप पर लीक हुए पेपर को भाजपा नेताओं सहित कई व्यक्तियों के साथ साझा किया, तो उन्होंने प्रश्नपत्र लीक होने से एक दिन पहले संजय कुमार को कई टेलीफोन कॉल और आरोपियों के साथ चैटिंग करने के लिए गिरफ्तार किया। पुलिस का मानना है कि बंदी संजय के इशारे पर पेपर लीक हुआ और कॉल डेटा प्राप्त करने के बाद डॉट्स में शामिल होने की उम्मीद है।
पुलिस आयुक्त एवी रंगनाथ ने कहा कि संजय ने अपना मोबाइल फोन पुलिस को देने से इनकार कर दिया और काफी डेटा डिलीट कर दिया। अगर वह निर्दोष हैं तो फोन क्यों छिपा रहे हैं। आयुक्त ने कहा कि बंदी कॉल और चैट डेटा को डिलीट कर देंगे। उन्होंने कहा कि हम डेटा को पुन: प्राप्त करने के लिए व्हाट्सएप और फोन सेवा प्रदाता से संपर्क करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि यह सरकार को बदनाम करने और परीक्षा प्रणाली को कमजोर करने की साजिश का हिस्सा था। उन्होंने खुलासा किया कि एक चैट में आरोपी नंबर तीन जी महेश ने प्रशांत से पूछा कि क्या पेपर लीक हो गया है।
मामले में संजय कुमार को आरोपी नंबर एक बनाया गया है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120बी, 420 और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने टीएस पब्लिक एग्जामिनेशन (कदाचार निवारण) अधिनियम की धारा 4 (ए), 6 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की 66-डी भी लागू की है।
ये धाराएं गैर जमानती हैं और दोषी पाए जाने पर दोषियों को 3 से 7 साल तक की जेल की सजा हो सकती है। पुलिस आयुक्त ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने संजय को गिरफ्तार करने से पहले लोकसभा अध्यक्ष के कार्यालय को सूचित किया था क्योंकि वह लोकसभा के सदस्य हैं। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि पुलिस के पास आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 41 के तहत किसी व्यक्ति को बिना वारंट के गिरफ्तार करने की शक्तियां हैं।
मामले में संजय समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि पांच अन्य फरार हैं। उन्होंने कहा कि एक नाबालिग छात्र ने परीक्षा शुरू होने के 9.30 मिनट बाद कमलापुर के एक परीक्षा केंद्र से हिंदी के पेपर की तस्वीर खींची और प्रशांत को भेजी, जिसने इसे कई भाजपा नेताओं और मीडियाकर्मियों को भेज दिया। पुलिस आयुक्त ने कहा कि नाबालिग को किशोर न्यायालय में पेश किया जाएगा।
(आईएएनएस)
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Created On :   5 April 2023 11:00 PM IST