वैक्सीनेशन कराना हमारी नैतिक जिम्मेदारी - सद्दाम खान (खुशियों की दास्तां)!

Our Moral Responsibility to Get Vaccination - Saddam Khan (Happy Tales)!
वैक्सीनेशन कराना हमारी नैतिक जिम्मेदारी - सद्दाम खान (खुशियों की दास्तां)!
वैक्सीनेशन वैक्सीनेशन कराना हमारी नैतिक जिम्मेदारी - सद्दाम खान (खुशियों की दास्तां)!

डिजिटल डेस्क | उमरिया आम जनों को कोविड 19 के खतरें से बचाने के लिए टीकाकरण महा अभियान 2.0 का संचालन 25 अगस्त से किया गया है। जिसमें समस्त समुदाय, वर्ग के लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे है।

वैक्सीनेशन को लेकर युवाओ के भारी उत्साह देखा जा रहा है, जो स्वयं वैक्सीनेशन कराकर दूसरो को भी वैक्सीनेशन कराने के लिए प्रेरित कर रहे है। सद्दाम खान पिता अब्दुल निवासी कैमप उम्र 29 वर्ष ने मलेरिया आफिस दूसरी डोज लगवाई।

उन्होने बताया कि 28 जून 2021 को प्रथम डोज लगवाई थी। उन्होंने जिलेवासियो से अपील की कि वे भी वैक्सीनेशन कराने को अपनी नैतिक जिम्मेंदारी समझते हुए वैक्सीनेशन कराए। टीका लगने से कोई नुकसान नही है।

टीका हमारे शरीर की शारीरिक क्षमता बढ़ता है , जिससे हमें रोगों से लडने की क्षमता प्राप्त होती है। साथ ही टीकाकरण को लेकर मन में कोई भी भ्रम नही पाले। यह पूर्णतः सुरक्षित है। मैने वैक्सीनेशन करा लिया है। प्रस्तुतकर्ता गजेंद्र द्विवेदी

Created On :   27 Aug 2021 4:38 PM IST

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