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मंत्री डॉ.यादव ने उद्योगपतियों के साथ क्लस्टर स्थापित करने के सम्बन्ध में बैठक की!
डिजिटल डेस्क | उज्जैन प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने बुधवार को बृहस्पति भवन के सभाकक्ष में उद्योगपतियों के साथ उज्जैन में उद्योग के क्लस्टर स्थापित करने के सम्बन्ध में बैठक की। इस दौरान सांसद श्री अनिल फिरोजिया, उज्जैन उत्तर के विधायक श्री पारस जैन, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, उद्योग विभाग के अधिकारी, श्री राजेश सिंह कुशवाह, श्री आनन्द बांगड़, श्री अतीत अग्रवाल एवं अन्य उद्योगपति मौजूद थे। बैठक में आने वाले समय में कौन-सा क्लस्टर किस स्थान पर बनाया जाये, इस पर चर्चा की गई। गौरतलब है कि उद्योगपतियों ने लगभग एक माह पहले क्लस्टर स्थापित करने के लिये अलग-अलग जगह देखी थी।
बैठक में जानकारी दी गई कि इन्दौर रोड के समीप स्थित कराड़िया नवाखेड़ा में दो जमीन हैं, जिन्हें फूड क्लस्टर स्थापित करने के लिये प्रस्तावित किया गया। इसके अलावा नीमनवासा में छह हेक्टेयर जमीन प्लास्टिक और इंजीनियरिंग क्लस्टर के लिये बनाई जाना प्रस्तावित की गई है। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने बैठक में कहा कि फूड क्लस्टर में मेगा प्रोजेक्ट्स और छोटे प्रोजेक्ट्स दोनों को शामिल किया जायेगा। फूड क्लस्टर हेतु विभाग के पास लगभग 100 और दोना-पत्तल के लिये तकरीबन 50 आवेदन आये हैं। मेगा फूड पार्क के लिये अधिक जमीन की आवश्यकता होगी। नीमनवासा में पीलिया खाल पर पुल निर्माण किया जायेगा, ताकि वहां लगने वाले क्लस्टर के संचालन में किसी प्रकार की असुविधा न हो। बैठक में उद्योगपतियों ने सुझाव दिया कि क्लस्टर्स एक निगम द्वारा डेवलप किये जायें, ताकि उसमें सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जायें।
मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि जहां भी उद्योग लगाये जायेंगे, वहां सड़कें, बिजली और ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था करके दी जायेगी। बैठक में टेक्सटाईल के लिये जमीन की तलाश करने के लिये कहा गया। जानकारी दी गई कि सुरासा में 12 हेक्टेयर और ब्रजराजखेड़ी में 20 हेक्टेयर जमीन उपलब्ध है। वहां टेक्सटाईल के क्लस्टर्स लगाये जा सकते हैं। रेडीमेड गारमेंट के लिये अलग से जमीन तलाशे जाने पर विचार-विमर्श किया गया। मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि क्लस्टर्स में जिन उद्योगपतियों को जोड़ना है, उनकी सूची फायनल की जाये। टेक्सटाईल में परम्परागत आधुनिक और हैंडलूम अलग-अलग वर्ग बनाये जायें। लेकोड़ा में भी इंजीनियरिंग के लिये कुछ जमीन उपलब्ध है। इस पर विचार-विमर्श किया जाये। जो एकमात्र उद्योग भी लगाना चाहते हैं, उन्हें भी आवश्यक सहयोग प्रदाय किया जायेगा। इसके अलावा सामान्य छोटे-छोटे क्लस्टर्स भी बनाये जायेंगे।
जो भी इनमें निवेश करना चाहते हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं आने दी जायेगी। बैठक में कोर्ट केस के अलावा जिन लोगों ने अनावश्यक औद्योगिक जमीन पर कब्जा कर रखा है, उनके विरूद्ध तत्काल कार्यवाही करने के लिये कहा गया। मंत्री डॉ.यादव ने टाईल्स, ईंट और मिट्टी के बर्तन के क्लस्टर्स के लिये भी जमीन तलाशने के लिये कहा। आने वाले समय में केन्द्र और राज्य सरकार की औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिये संचालित योजनाओं की जानकारी के लिये कार्यशाला आयोजित करने पर विचार-विमर्श किया गया। सभी उद्योगपतियों द्वारा उद्योग की स्थापना और निवेश के लिये उज्जैन में एक अच्छा माहौल बनाये जाने के लिये जनप्रतिनिधियों और कलेक्टर के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
Created On :   2 Sept 2021 2:36 PM IST