कोरोना के विरूद्ध युद्ध में गौरव शर्मा के लिए टीका बना महत्वपूर्ण हथियार "खुशियों की दास्ताँ" वैक्सीनेशन के बाद कर्तव्य पथ पर रहते हुए हुए थे पॉजिटिव!
डिजिटल डेस्क | आगर-मालवा जिले में कोरोना के विरूद्ध युद्ध में नागरिक कोरोना के टीके को बहुत महत्वपूर्ण हथियार मान रहे हैं। जिले में टीका लगवाने के लिए लोगों में काफी उत्साह है। यही वजह है कि जिले में स्वास्थ्य विभाग और फ्रंट लाइन वर्कर के बाद अफवाहों को नजरअंदाज करते हुए 18 वर्ष से ऊपर के सभी उम्र के लोगों द्वारा टिका लगवाया जा रहा है। इसी कड़ी में आगर मालवा जिले के नगर पालिका सुसनेर में कोविड इंचार्ज के पद पर कार्यरत श्री गौरव शर्मा कहते हैं कि मुझे पहला टीका 10 मार्च और दूसरा टीका 17 अप्रैल को लगा था। इसके बाद अप्रैल के आखिरी सप्ताह में तबीयत खराब होने पर मैंने 25 अप्रैल को रेपिट टेस्ट कराया जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई फिर 27 अप्रैल को आरटीपिसीआर करवाया वो भी नेगेटिव रहा, इस बीच में होम आइसोलेशन में ही रहा, फिर मेने 2 मई को सीटी स्केन करवाया, जिसकी रिपोर्ट में मुझे कोविड पॉजिटिव बताया गया।
दोनों डोज लगने के बाद संक्रमित होने पर में अचंभित था। लेकिन डॉक्टर्स ने हौसला दिया। गौरव शर्मा कहते हैं कि डॉक्टरों के मार्गदर्शन में दवाइयां लेकर होम आइसोलेशन में ही रहा। मेरे घर में मेरी माता जी, पत्नी श्री मति श्वेता शर्मा और दो बेटियां भी है। मेने सभी का टेस्ट कराया तो सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आई। सबसे अच्छी बात यह थी कि मुझे वैक्सीन के दाेनों डोज लग चुके थे, इसलिए मुझे संक्रमण का अधिक फर्क नहीं पड़ा। श्री शर्मा कहते है कि में प्रतिदिन योगा, भाप, गिलोय का काढ़ा आदि ले रहा था। दिन प्रतिदिन में स्वस्थ होने लगा, तथा 13 मई को में पूर्ण रूप से ठीक हो गया।
टिका लगने की वजह से संक्रमण के दौरान मेरा ऑक्सीजन लेवल सामान्य बना रहा, वहीं कोरोना का संक्रमण घर के लोगों को भी प्रभावित नहीं कर सका।श्री शर्मा कहते है कि मुझे वैक्सीन नहीं लगी होती तो अधिक परेशानी हो सकती थी। आज वेक्सिन के टीके की वजह से ही में और मेरा परिवार सुरक्षित है। उन्होंने जिले के सभी नागरिकों से अपील की है कि आप सब भी कोरोना का टीका अवश्य लगवाए और अपने आप को और अपने परिवार को सुरक्षित करे।
Created On :   26 May 2021 1:13 PM IST