8 मौतों के बाद भी कोयले के अवैध खनन पर नहीं लगा विराम, एसपी ने 7 दिन में मांगी थी रिपोर्ट, एसआइटी ने 19 दिन में नहीं सौंपी

Illegal mining of coal did not stop even after 8 deaths, SP asked for report in 7 days, SIT did not submit it in 19 days
8 मौतों के बाद भी कोयले के अवैध खनन पर नहीं लगा विराम, एसपी ने 7 दिन में मांगी थी रिपोर्ट, एसआइटी ने 19 दिन में नहीं सौंपी
मध्य प्रदेश 8 मौतों के बाद भी कोयले के अवैध खनन पर नहीं लगा विराम, एसपी ने 7 दिन में मांगी थी रिपोर्ट, एसआइटी ने 19 दिन में नहीं सौंपी

डिजिटल डेस्क, शहडोल। कोयलांचल में 8 मौतों के बाद भी कोयले के अवैध खनन पर विराम नहीं लगा। यहां साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) की बंद कोयला खदान धनपुरी अंडर ग्राउंड (यूजी) माइन में 27 व 28 जनवरी को क्रमश: 4 व 3 युवकों की मौत हो गई थी। वहीं सोन नदी के बटुरा घाट पर कोयले के अवैध खनन के लिए खोदे गए गड्ढे में डूबने से कक्षा 12वीं के छात्र उत्तम वासुदेव की मौत 6 फरवरी होने के बाद  कोयलांचल में कोयले के अवैध खनन पर विराम लगाने के साथ ही माफिया को पकडऩे की मांग तेज हुई। नागरिकों ने बताया कि इन सबके बाद भी प्रशासन व पुलिस पर कोयला माफिया हावी होता दिख रहा है। यहां कोयले का अवैध खनन फिर से प्रारंभ हो गया। 27 जनवरी को चार युवकों की मौत का मामला सामने आने के बाद एसपी कुमार प्रतीक ने एडिशनल एसपी मुकेश वैश्य की अगुवाई में स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) का गठन कर सात दिन में रिपोर्ट मांगी थी। जानकर ताज्जुब होगा कि एसआइटी ने 19 दिन में रिपोर्ट नहीं सौंपी।

सवालों में पुलिस की कार्यशैली, बर्बाद हो रहे युवा

बुढ़ार, धनपुरी व अमलाई थानाक्षेत्र में सक्रिय कोयला माफिया पर कार्रवाई को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठते रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि कोयले के नेटवर्क से जुड़े लोगों की जानकारी प्रशासन व पुलिस को होने के बाद भी ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। इधर, कोयले के अवैध कारोबार से जुड़े लोग युवाओं को पहले नशे की गिरफ्त में लाते हैं फिर कोयला चोरी के लिए प्रेरित करते हैं। इससे युवा बर्बादी की ओर बढ़ रहे हैं।

गड्ढे भरने की निभाई औपचारिकता

बटुरा घाट पर आदिवासी युवक उत्तम की मौत कोयले के अवैध खनन के लिए खोदे गए गड्ढे में डूबने से हो जाने के बाद जिला प्रशासन के निर्देश पर गड्ढों को भरने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। जिला प्रशासन की ओर से खनिज विभाग, एसईसीएल, पुलिस और राजस्व से तहसीलदार दीपक पटेल की अगुवाई में गड्ढों को भरने का दावा किया गया। इस बीच अंचल में कई गड्ढे नहीं भरे गए और कोयले का अवैध खनन शुरु हो गया।

 कोयले के अवैध कारोबार में युवा क्यों फंस रहे हैं। ऐसे मामलों को रोकने के लिए क्या किया जा सकता है। ऐसे सभी पहलुओं की जांच के लिए एसआईअी गठित की थी। रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। एएसपी से इस बारे में जानकारी लेते हैं।
- कुमार प्रतीक एसपी शहडोल

Created On :   18 Feb 2023 6:50 PM IST

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