न्यायिक जांच के लिए विशेष दस्ता गठित करने की मांग
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बहुचर्चित आर्किटेक्ट एकनाथ निमगड़े हत्याकांड की जांच केंद्रीय अपराध अन्वेषण (सीबीआई) दस्ते ने उचित ढंग से नहीं किया, इसलिए निमगड़े हत्याकांड की जांच करने के लिए विशेष जांच दस्ता (एसआईटी) का गठन करने की मांग को लेकर मृतक एकनाथ निमगड़े के बेटे अनुपम निमगड़े ने उच्च न्यायालय में गुहार लगाई है। इस प्रकरण पर न्यायाधीश द्वय विनय जोशी व भारत देशपांडे के समक्ष सुनवाई हुई। निमगड़े हत्याकांड में राज्य के कुछ नेताओं के नाम की चर्चा थी, जिसके चलते इस हत्याकांड को राजनीतिक रंग मिला था। सीबीआई ने न्यायालय के निर्देशानुसार, हत्याकांड की जांच का सर्वसमावेशक रिपोर्ट प्रस्तुत किया।
सीबीआई ने योग्य तरीके से जांच नहीं की : न्यायालय के समक्ष आरोप पत्र दाखिल करने के लिए आवश्यक सबूत नहीं मिलने की जानकारी दी गई। इसके साथ ही प्रकरण की फाइल को बंद करने की सीबीआई ने अनुमति मांगी। इस पर अनुपम निमगड़े ने आक्षेप लिया। उसने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि पुलिस आयुक्त ने पत्रकार परिषद लेकर हत्याकांड का सुराग लगने की बात की थी और आरोपियों का नाम भी जाहिर किया था। परिणाम स्वरूप सीबीआई ने योग्य तरीके से जांच नहीं की, यह दिखाई दे रहा है। अनुपम ने बताया कि उनके पिता एकनाथ निमगड़े की हत्याकांड की जांच के लिए विशेष दस्ता गठित करने की गुजारिश की है। इसके बाद न्यायालय ने दोनों पक्ष का बयान ‘रिकॉर्ड’ पर लेकर इस प्रकरण पर ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद आगामी जून माह में अगली सुनवाई होगी।
यह था मामला : 6 सितंबर 2016 को सुबह करीब 8 बजे के दरमियान सेंट्रल एवेन्यू पर लाल इमली चौक में टहलने गए एकनाथ निमगड़े पर बंदूक से 5 गोलियां दागकर उनकी हत्या कर दी गई थी। वर्धा मार्ग पर एयरपोर्ट के पास करीब साढ़ेे 5 एकड़ जमीन एकनाथ निमगड़े की थी। इस जमीन पर कुछ राजकीय नेताओं की नजर थी, जिन्हें यह जमीन चाहिए थी, लेकिन एकनाथ वह जमीन बेचना नहीं चाहते थे। चर्चा यह भी थी कि 5 करोड़ की सुपारी देकर एकनाथ की हत्या करवाई गई थी। रणजीत सफेलकर, कालू ऊर्फ शरद हाटे, नब्बू ऊर्फ नवाब छोटे साहब सहित 13 आरोपियों का एकनाथ निमगड़े हत्याकांड में पुलिस ने गिरफ्तार की। जांच के दौरान सफेलकर ने किसी राजनीतिक व्यक्ति की ओर से 5 करोड़ रुपए की सुपारी निमगडे की हत्या कराने की बात सामने आई थी।
Created On :   27 April 2023 1:08 PM IST