मुख्यमंत्री श्री चौहान ने "स्वास्थ्य आग्रह" कार्यक्रम में समाजसेवियों और गणमान्य नागरिकों से चर्चा की आवश्यक सुझाव प्राप्त किये!

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वास्थ्य आग्रह कार्यक्रम में समाजसेवियों और गणमान्य नागरिकों से चर्चा की आवश्यक सुझाव प्राप्त किये!
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने "स्वास्थ्य आग्रह" कार्यक्रम में समाजसेवियों और गणमान्य नागरिकों से चर्चा की आवश्यक सुझाव प्राप्त किये!

डिजिटल डेस्क | उज्जैन प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये जन-जागृति पैदा करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा मंगलवार को भोपाल के मिंटो हॉल के समक्ष गांधी प्रतिमा के समीप "स्वास्थ्य आग्रह" कार्यक्रम किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के जिलों में विभिन्न वर्गों के प्रमुख व्यक्तियों को सम्बोधित किया। सम्बोधन के दौरान प्रदेश के समस्त जिलों में एनआईसी कक्ष में व्यापारी संघ, स्वयंसेवी समूह, समाजसेवी, शिक्षा जगत से जुड़े व्यक्ति, परिवहन व्यवसाय से जुड़े व्यक्ति, कोरोना वॉलेंटियर्स और अन्य गणमान्य नागरिकों को आमंत्रित किया गया था।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से समाजसेवी और गणमान्य नागरिकों से चर्चा की। इस दौरान समाजसेवियों तथा विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े व्यक्तियों द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान को आवश्यक सुझाव भी दिये गये। उज्जैन एनआईसी कक्ष में इस दौरान एडीएम श्री नरेन्द्र सूर्यवंशी, सीएमएचओ डॉ.महावीर खंडेलवाल, सेवाधाम आश्रम के संचालक श्री सुधीरभाई गोयल, मनोविकास विशेष विद्यालय के सहायक संचालक फादर जोस पुल्लाट, जावेद डिप्टी एवं अन्य गणमान्य नागरिक, सीनियर सिटीजन और समाजसेवी मौजूद थे।

श्री सुधीरभाई गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान को सुझाव दिये कि रेमडीसीविर इंजेक्शन प्रधानमंत्री जन औषधी केन्द्र से विक्रय करवाया जाये, ताकि लोगों को विश्वस्त स्थान से उक्त इंजेक्शन प्राप्त हो सके। आगामी 24 और 25 अप्रैल को काफी संख्या में विवाह समारोह हैं। इनमें वर-वधू को टीकाकरण के लिये प्रोत्साहित किया जाये। जो लोग निराश्रित हैं, बेसहारा हैं, जिनके पास कोई पहचान-पत्र नहीं है, उनके टीकाकरण के लिये शासन द्वारा गाईड लाइन जारी की जाये, ताकि इस प्रकार के लोग टीकाकरण से छूट न सकें।

कोविड इलाज के लिये आईसीयू एवं अन्य इलाज का खर्च शासन द्वारा निर्धारित किया जाये। जिला स्तर पर कोविड हेल्प डेस्क बनाई जाये। यह जिला कलेक्टर के अधीन रहे। इस डेस्क के द्वारा कोविड संक्रमित रोगियों की विभिन्न समस्याओं का निराकरण किया जाये। जो अनुभवी निजी चिकित्सक हैं, उन्हें चिन्हित कर कोविड इलाज और संक्रमण की रोकथाम हेतु उनकी सेवाएं ली जायें। जो कोरोना नेगेटिव आते हैं, उनकी रिपोर्ट समय पर उपलब्ध कराई जाये। फादर जोस ने सुझाव दिये कि वे दिव्यांगजनों के लिये कार्य कर रहे हैं। उनकी संस्था में मानसिक दिव्यांगजनों के लिये कार्य किया जाता है।

मानसिक दिव्यांगजनों को बिना हाथ लगाये सेवा नहीं दी जा सकती, इसीलिये दिव्यांगजनों की सेवा में लगे 20 वर्ष से अधिक के वॉलेंटियर्स का भी टीकाकरण शीघ्र-अतिशीघ्र किया जाये। कोविड टेस्ट के लिये अन्य क्लिनिक को भी अनुमति दी जाये। रेमडीसिविर इंजेक्शन की संख्या बढ़ाई जाये। इस दौरान अन्य नागरिकों द्वारा भी सुझाव दिये गये कि आमजन को संक्रमण की रोकथाम के लिये मोटिवेट किये जाने की बेहद जरूरत है। जो लोग टीका लगवा चुके हैं, उन्हें समाचार-पत्रों में हाईलाईट किया जाये। उद्योगों में कार्य करने वाले श्रमिकों और कर्मचारियों को उद्योगों के प्रांगण में ही टीके लगवाये जायें। मुख्यमंत्री ने नागरिकों से चर्चा के दौरान कहा कि उनके द्वारा दिये गये सभी सुझावों पर सरकार द्वारा विचार किया जायेगा।

Created On :   7 April 2021 2:14 PM IST

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