गर्मी का सितम: बेगूसराय और शेखपुरा में चिलचिलाती धूप ने बरपाया कहर, 48 स्कूली छात्राएं हुई भीषण गर्मी का शिकार, इलाज जारी
- बिहार में 48 छात्रा गर्मी के चलते हुई बेहोश
- आनन-फानन में छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया
- खबर मिलते ही बच्चियों के माता- पिता स्कूल पहुंचे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूरे देश में पड़ रही भयंकर गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है। इस असहनीय गर्मी में भी बिहार के कई सरकारी स्कूल चल रहे हैं। तपती गर्मी के बीच बिहार में 48 छात्राएं बेहोश हो गईं। जिसके बाद आनन-फानन में छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बिहार के शेखपुरा और बेगूसराय जिले में भीषण गर्मी के चलते स्कूल में 48 छात्राओं के बेहोश होने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक, बच्चियां अचानक क्लास रूम और असेंबली ग्राउंड में चक्कर खा कर गिरने लगीं। हालत खराब होता देख स्कूल वालों ने इलाज के लिए छात्राओं को अस्पताल को सौंप दिया।
शेखपुरा में दर्जनों छात्राएं हुई बेहोश
जिला शेखरपुरा के अरियरी प्रखंड अंतर्गत मनकौल उत्क्रमित मध्य विद्यालय के साथ- साथ कई और भी स्कूलों की बच्चियां चिलचिलाती धूप की मार सह नहीं पाईं और बेहोश होकर गिर पड़ीं। जानकारी के मुताबिक जिले में कुल 24 छात्राएं चक्कर खा कर गिरी हैं। पहले कुछ छात्राएं असेंबली ग्राउंड में प्रेयर करने के दौरान गिरीं और कुछ क्लास रूम में। लड़कियों को अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। बेहोशी की खबर मिलते ही बच्चियों के माता- पिता स्कूल पहुंचे।
बेगूसराय के स्कूल में 18 छात्राओं को आया चक्कर
बिहार के बेगूसराय में 40 डिग्री से ज्यादा तापमान के बीच स्कूल की छुट्टियां नहीं लगी हैं। मटिहानी प्रखंड के मटिहानी मध्य विद्यालय में इतनी चिलचिलाती धूप के चलते बच्चों की क्लासेस लगाई जा रही है। सुबह लगभग 10 बजे के आस- पास मटिहानी मध्य विद्यालय की कई छात्राएं चक्कर आने के कारण जमीन पर गिर पड़ीं। स्कूल के प्रधानाध्यापक चंद्रकांत सिंह ने हॉस्पिटल भेजने से पहले स्कूल में ही लड़कियों को ओआरएस का घोल पिलाया। देखते ही देखते और भी छात्राएं बेहोश होने लगीं तो बच्चियों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। अभी 14 छात्राओं का इलाज मटिहानी रेफल अस्पताल के डॉक्टर्स कर रहे हैं।
क्या बोले प्रधानाध्यापक चंद्रकांत सिंह?
घटना की गंभीरता को देखते हुए मटिहानी मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक चंद्रकांत सिंह का कहना है कि स्कूल में ही सबसे पहले छात्राओं को ओआरएस का घोल पिलाया गया। बच्चों की संख्या बढ़ती देख कर और घटना की गंभीरता देख कर छात्राओं को मटिहानी रेफल अस्पताल ले जाया गया। इसी के साथ चंद्रकांत सिंह का यह भी कहना है कि स्कूल में बच्चों के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं। पंखे हैं, लाइट रहती है और जनरेटर भी उपलब्ध हैं। ज्यादा गर्मी होने के कारण यह घटना हुई है।
खाना खिला के बच्चों को किया रवाना
मटिहानी मध्य विद्यालय में बच्चों की तबयत खराब होता देख कर स्कूल वालों ने अभिभावकों को बच्चों की हालत खराब होने की सूचना दी। साथ ही, साथ बच्चों को खाना खिला कर अपने- अपने घरों के लिए रवाना कर दिया।
Created On :   29 May 2024 4:51 PM IST