विधानसभा चुनाव 2023: धर्म विशेष पर विवादित बयान, फिर सदस्यता छीनी और अब टिकट, आखिर BJP ने किस समीकरण को साधते हुए टी. राजा को चुनावी मैदान में उतारा, जानें
- तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान
- मतदान से पहले दक्षिण राज्य में सियासी का तापमान हाई
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। दक्षिण राज्य तेलंगाना चुनाव को लेकर बीती रात (22 अक्टूबर) भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी। इस सूची में 52 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा एक नाम की है, वो टी. राजा सिंह का। बीजेपी ने चुनावी मैदान में टी. राजा को गोशमहल सीट से खड़ा किया है।
बीजेपी की ओर से टी. राजा को टिकट मिलना हर किसी को हैरान कर रहा है। जिसकी मुख्य वजह पार्टी ने उन्हें विवादित बयान देने की वजह से पहले ही निष्कासित कर दिया था। लेकिन लिस्ट आने से कुछ ही घंटे पहले पार्टी ने अपना निलंबन वापस ले लिया। टी. राजा तेलंगाना में बीजेपी के एक मात्र विधायक हैं।
विवादित बयान देने से गई थी सदस्यता
भाजपा ने साल 2022 में टी. राजा सिंह को मुस्लिमों पर विवादित टिप्पणी करने के मामले में निष्कासित किया था। टी. राजा सिंह ने कथित तौर पर हैदराबाद में स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के शो के जवाब में एक वीडियो जारी किया था। जिसमें उन्होंने पैगंबर पर अमर्यादित टिप्पणी की थी। वीडियो में राजा ने कॉमेडियन फारूकी और उनकी मां पर भी गलत टिप्पणी की थी। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें 25 अगस्त 2023 को गिरफ्तार कर जेल में भी डाला था। वहीं विवाद को बढ़ता देख बीजेपी ने भी नोटिस जारी कर उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था।
सूची जारी करने से पहले सदस्यता वापस
तेलंगाना विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने टी. राजा सिंह की रद्द की हुई सदस्यता वापस ले ली है। सूची जारी करने से पहले केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने एक पत्र जारी किया, जिसमें लिखा था "निलंबन के तहत पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने आपको कारण बताओ नोटिस जारी किया था। यह पत्र कारण बताओ नोटिस पर आपके उत्तर को संदर्भित करता है। आपके उत्तर और उसमें दिए गए स्पष्टीकरण पर समिति की ओर से विचार किया गया है और आपके जवाब के आधार पर, समिति ने आपका निलंबन तुरंत रद्द करने का फैसला किया है।"
टी. राजा को चुनावी मैदान में उतराने का मुख्य कारण
टी. राजा की सदस्यता वापस किए जाने को लेकर राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि, टी. राजा सिंह तेलंगाना में बीजेपी के एक मात्र विधायक हैं, जो हिंदू नेता के तौर पर तेजी से प्रदेश में उभर रहे हैं। बीजेपी की इन पर विश्वास जताने का कारण यह है कि, ये उस राज्य से आते हैं जहां एआईएमआईएम का मुसलमानों में अच्छा खासा दबदबा है और टी. राजा की लोकप्रियता पूरे प्रदेश में है। हिंदू होने के साथ-साथ सिंह बड़े वोकल नेता हैं और हर मुद्दे पर अपनी बात बड़ी प्रमुखता से रखते हैं। इसलिए बीजेपी राजा को बैठकर चुनावी नतीजों में अपना नुकसान नहीं कराना चाहती है।
टी. राजा की लोकप्रियता इस बात से भी लगाई जा सकती है कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में अकेले जीत हासिल की थी। जबकि बीजेपी के वरिष्ठ नेता किशन रेड्डी जैसे दिग्गजों को भी हार का सामना करना पड़ा था। वहीं 2013 के विस चुनाव में बीजेपी को पांच सीटों पर जीत हासिल हुई थी। विश्लेषकों के मुताबिक, बीजेपी टी. राजा को चुनावी मैदान में इसलिए भी खड़ा किया है ताकि तेलंगाना से उसका सूपड़ा पूरी तरह से साफ न हो सके।
Created On :   23 Oct 2023 9:30 AM GMT