महाराष्ट्र सियासत: पहले संजय राउत ने एकनाथ शिंदे को बताया 'बलि का बकरा', अब संजय निरुपम ने किया पलटवार, दिया करारा जवाब

- संजय राउत ने एकनाथ शिंदे को बताया 'बलि का बकरा'
- अब संजय निरुपम ने किया पलटवार
- संजय निरुपम ने उद्धव गुट पर भी बोला हमला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे गुट और उद्धव ठाकरे गुट एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। पहले शिवसेना-यूबीटी नेता और सांसद संजय राउत ने डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को 'बलि का बकरा' करार दिया था, इसके बाद शिवसेना नेता ने उन्हें घेरा और कहा कि शिंदे 'बकरे' नहीं बल्कि 'शेर' हैं।
मीडिया से बात करते हुए शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा- संजय राउत बार-बार कहते हैं कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के 'बली के बकरे' हैं। मैं साफ कर देना चाहता हूं- शिंदे जी बकरा नहीं, शेर हैं और वो शिवसेना को बचाने निकले हैं, न कि किसी के सामने झुकने। संजय निरुपम ने कहा- जबसे संजय राउत उन लोगों के साथ त्योहार मनाने लगे हैं जो बकरा ईद मनाते हैं, तबसे उनकी जुबान भी वैसी ही हो गई है, लेकिन उन्हें समझना चाहिए कि महाराष्ट्र की असली ताकत शेर में है, न कि बकरे में।
शिवसेना UBT को जनता ने जवाब दे दिया है- संजय निरुपम
शिवसेना नेता संजय निरुपम ने कहा कि साल 2022 में जब एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्री बने, तबसे संजय राउत रोज कहते रहे हैं कि सरकार अगले महीने गिरेगी, लेकिन सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया और दोबारा जीतकर आई। ये जनसमर्थन का प्रमाण है।
मीडिया से बातचीत के दौरान संजय निरुपम ने कहा- हम पर विधायकों को खरीदने का आरोप लगाया गया, लेकिन सच ये है कि हमारे उपमुख्यमंत्री सकारात्मक राजनीति में विश्वास रखते हैं, न कि सौदेबाजी में। 20 प्रतिशत की स्ट्राइक रेट वाली शिवसेना UBT को महाराष्ट्र की जनता ने जवाब दे दिया है। उन्हें बताया है कि उद्धव ठाकरे ने बाला साहेब के साथ गद्दारी की है और जो झूठ फैलाता है, वो झूठी खबरों का सरदार बन जाता है, जैसे संजय राउत। वह महाराष्ट्र के महामूर्ख हैं।
संजय निरुपम ने उद्धव गुट पर बोला हमला
संजय निरुपम ने कहा कि जिस शिवसेना को बाला साहेब ठाकरे ने खड़ा किया था, उसे कांग्रेस के पास बेच दिया गया, लेकिन एकनाथ शिंदे ने उसी शिवसेना को वापस खड़ा किया है, उसकी अस्मिता को बचाया है। संजय निरुपम ने आगे कहा- आप लोग गौमांस खाने वालों के साथ खड़े हैं और फिर हमें बाला साहेब के आदर्शों की सीख देते हैं? ये दोहरी मानसिकता है। हम बाला साहेब के विचारों को जमीन पर उतार रहे हैं।
Created On :   13 April 2025 4:42 PM IST