पीलीभीत रैली: यूपी के पीलीभीत से पीएम मोदी ने भरी हुंकार, सीएए पर कांग्रेस और सपा के विरोध को बताया तुष्टीकरण की राजनीति

यूपी के पीलीभीत से पीएम मोदी ने भरी हुंकार, सीएए पर कांग्रेस और सपा के विरोध को बताया तुष्टीकरण की राजनीति
  • पीलीभीत में पीएम मोदी की रैली
  • गिनवाए भाजपा के काम
  • कांग्रेस पर जमकर साधा निशाना

डिजिटल डेस्क, पीलीभीत। पीएम मोदी ने मंगलवार 9 अप्रैल को यूपी के पीलीभीत में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने पीलीभीत लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी जितेंद्र सिंह के समर्थन में आज एक रैली की है। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मंच पर मौजूद रहे और रैली में मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। पीएम मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनवाया। इसके अलावा उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना भी साधा है। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने राम मंदिर के उद्घाटान शमारोह में पार्टी नेताओं के नहीं शामिल होने पर जमकर आलोचना की। उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया।

किसानों को साधने की कोशिशि

यूपी के पीलीभीत में चुनावी रैली के जरिए पीएम मोदी ने प्रदेश के किसान वोटरों को साधने की कोशिश की है। रैली के दौरान किसानों को साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, "उत्तर प्रदेश के किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत उनके बैंक खातों में लगभग 70,000 करोड़ रुपये मिले हैं। सपा, बसपा और कांग्रेस के समय 14 साल में जितने पैसे गन्ना किसानों को मिले थे उससे ज्यादा पैसे योगी सरकार ने 7 साल में गन्ना किसानों को दे दिए हैं।"

'नीयत सही तो नतीजे भी सही आते हैं'

पीएम मोदी ने रैली के दौरान भाजपा के कामों को गिनवाते हुए कहा, "साथियों जब नीयत सही होते हैं और हौसले बुलंद होते हैं तो नतीजे भी सही होते हैं। पिछली सरकारों में उद्योग बंद हो गए थे, कारखाने बंद हो गए थे, लेकिन बीजेपी सरकार ने इन सब पर काम शुरू किया। पीलीभीत खेती के लिए भी जाना जाता है, लेकिन 10 साल पहले तक क्या स्थिति थी ये आप जानते हैं। आज हमारी सरकार 300 रुपये से कम कीमत में यूरिया की बोरी दे रही है। किसानों के बैंक खातों में 70 हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर हुए हैं। इसमें से 850 करोड़ पीलीभीत के किसानों के खातों में पहुंचे हैं। कांग्रेस और सपा सरकार में गन्ना किसानों को अपने ही पैसों के लिए कैसे तरसाया जाता था, ये आपसे बेहतर कोई नहीं जानता। भाजपा सरकार ने इस समस्या को दूर किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से सवाल पूछते हुए कहा, "सारी दुनिया की मुश्किलों के बीच भारत ये दिखा रहा है कि उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं है। भारत जब दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना तो आपको गर्व हुआ या नहीं हुआ? चंद्रयान ने जब चांद पर तिरंगा फहराया तो आपको गर्व हुआ या नहीं हुआ? भारत में हुए जी-20 सम्मेलन की दुनियाभर में वाहवाही हुई, इस पर आपको गर्व हुआ या नहीं हुआ?

कभी कांग्रेस सरकारें दुनिया से मदद मांगती थी। लेकिन, कोविड में भारत ने पूरी दुनिया में वैक्सीन और दवाइयां भेजी ये सुनकर आपको गर्व हुआ या नहीं हुआ? विश्व में कहीं भी युद्ध का संकट आया हम वहां से एक-एक भारतीय को सुरक्षित वापस लाए। उन्होंने आगे कहा, "जब देश मजबूत होता है तो दुनिया उसकी सुनती है।"

कांग्रेस की आलोचना

पीलीभीत में रैली के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे को उठाते हुए प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस नेताओं के शामिल नहीं होने पर आलोचना की है। पीएम मोदी ने कहा, "500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना। हमारे कल्याण सिंह ने राम मंदिर के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया, अपनी सरकार समर्पित कर दी, देश के हर परिवार ने अपनी-अपनी श्रद्धा के हिसाब से योगदान दिया। पीलीभीत वालों ने भी एक विशाल बांसुरी भेंट की, लेकिन इन इंडिया गठबंधन वालों को राम मंदिर के निर्माण से पहले भी नफरत थी और आज भी नफरत है। आपने मंदिर न बने इसके लिए लाख कोशिश की, लेकिन देश की जनता ने मिलकर इतने भव्य मंदिर का निर्माण कर दिया, आपको प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर आमंत्रित किया, लेकिन आपने इस निमंत्रण को ठुकरा कर प्रभु श्रीराम का अपमान किया। पीएम ने आगे कहा कि मैं अब भी समझ नहीं पाता कि इनके मन में इतना जहर क्यों भरा है। इनकी पार्टी से जो नेता प्राण प्रतिष्ठा में गया उसे पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया। ये पाप करने वालों को कभी मत भूलिएगा।"

'तुष्टीकरण की राजनीति'

विपक्ष लगातार सीएए का विरोध करती आई है। इसे लेकर पीएम मोदी ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर निशाना साधा है। उन्होंने दोनों पार्टियों पर तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने रैली में कहा, "6 साल से कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण की राजनीति में इतनी डूब गई है कि कभी भी इससे बाहर नहीं आ पाएगी। ऐसा लगता है कि कांग्रेस का घोषणापत्र उनका नहीं बल्कि मुस्लिम लीग का है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) भी सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। अगर भारत पड़ोसी देशों के प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता नहीं देगा तो कौन देगा?"

Created On :   9 April 2024 1:51 PM IST

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