कर्नाटक में हार के बाद पीएम, गृहमंत्री को मणिपुर में शांति बहाली पर ध्यान देना चाहिए : कांग्रेस
एनईसीसीसी के महासचिव दिगंत चौधरी ने कहा कि कर्नाटक के जनादेश से पता चलता है कि दक्षिणी राज्य के लोगों ने नफरत की राजनीति के बजाय प्यार की राजनीति को अपनाया है और सामाजिक सद्भाव और आर्थिक विकास के लिए मतदान किया है।
चौधरी ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस आम लोगों के सामने आने वाले मुद्दों- जैसे बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, मूल्यवृद्धि आदि पर चुनाव मैदान में उतरी, जबकि भाजपा की डबल इंजन सरकार धन बल और सांप्रदायिक राजनीति पर निर्भर थी।
बयान में कहा गया है, एनईसीसीसी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की सराहना करती है, जिनकी भारत जोड़ो यात्रा ने घृणा पर प्रेम की सर्वोच्चता स्थापित करने और सामाजिक सद्भाव स्थापित करने की जरूरत में उत्प्रेरक की भूमिका निभाई है, जो देश को आर्थिक समृद्धि की ओर ले जाएगा।
उन्होंने कहा कि एनईसीसीसी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, केपीसीसी के सभी नेताओं और अन्य कांग्रेस नेताओं के प्रति भी अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करती है, जो राज्य में पार्टी को शानदार जीत दिलाने के लिए कांग्रेस की रणनीति और अभियान का अभिन्न अंग थे।
शनिवार रात भारत निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार, कांग्रेस ने 224 सदस्यीय राज्य विधानसभा में 136 सीटों पर जीत हासिल कर कर्नाटक में सत्ता में वापसी की। भाजपा ने 65 सीटें जीतीं, जबकि जनता दल (सेक्युलर) ने 19 सीटें हासिल कीं।
आईएएनएस
अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|
Created On :   13 May 2023 7:52 PM GMT