गुजरात विधानसभा चुनाव में गिर रहा है वोटिंग प्रतिशत, जानिए बीते विधानसभा चुनावों में क्या रहा था वोटिंग प्रतिशत

Voting percentage is falling in Gujarat elections, know the voting percentage in 2022
गुजरात विधानसभा चुनाव में गिर रहा है वोटिंग प्रतिशत, जानिए बीते विधानसभा चुनावों में क्या रहा था वोटिंग प्रतिशत
गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 गुजरात विधानसभा चुनाव में गिर रहा है वोटिंग प्रतिशत, जानिए बीते विधानसभा चुनावों में क्या रहा था वोटिंग प्रतिशत

डिजिटल डेस्क: गांधीनगर। गुजरात विधानसभा चुनाव की 182 सीटों पर चुनावी दौर के बीच प्रदेश में प्रथम चरण की वोटिंग 89 विधानसभा सीटों पर आज पूर्ण हो चुकी है। 93 सीटों पर वोटिंग चुनाव के दूसरे चरण में 5 दिसंबर को होगी। राज्य में चुनाव परिणाम 8 दिसंबर को आएंगे। गुजरात में बीते ढाई दशक से भारतीय जनता पार्टी की सरकार है। इस बार आम आदमी पार्टी की एंट्री होने से प्रदेश में त्रिकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद जाताई जा रही है। मौजूदा गुजरात विधानसभा का कार्यकाल अगले साल 18 फरवरी को समाप्त हो जाएगा। आइए जानते  है  गुजरात इससे पहले हुए विधानसभा चुनावों में वोटिंग प्रतिशत कितना रहा। 

1985 में जनता ने चुना अमर सिंह को बनाया था सीएम 

गुजरात विधानसभा के 1985 में हुए चुनाव के समय राज्य में कुल 16,501,328 मतदाता थे। जिनमें से 7,981,995 मतदाताओ ने अपनी मत का प्रयोग कर के राज्य में अमरसिंह चौधरी के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार बनवाई थी। उस समय राज्य में वोटिंग प्रतिशत 48.37% रहा था। अमरसिंह चौधरी की मृत्यु के कारण यह सरकार सत्ता में 6 जुलाई, 1985 से 9 दिसम्बर, 1989 तक रही थी। बाद में बचे हुए कार्यकाल की कमान माधवसिंह सोलंकी ने 10 दिसम्बर, 1989 से 4 मार्च, 1990 तक संभाला था।
 

1990 में कितना था वोटिंग प्रतिशत?

राज्य में 1990 में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य की सत्ता एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के पास गई थी। सोलंकी के काम के चलते राज्य में जनता ने अपना रुख बदला था। जिसके कारण इस बार  प्रदेश में बीजेपी की सरकार का नेतृत्व चिमनभाई पटेल को दिया गया था। चिमनभाई पटेल पाटिदार समाज के थे, शायद यही वजह थी कि राज्य में पहली बार 50 फीसदी से ज्यादा वोटिंग प्रतिशत रहा। इस चुनाव में राज्य में 52.20% वोटिंग प्रतिशत रहा था। 1990 में हुए चुनाव के समय राज्य में कुल 24,820,379 मतदाता थे, जिसमें से 12,955,221 लोगो ने वोट मत का प्रयोग किया था।

1995 के विधानसभा चुनाव कितना था वोटिंग प्रतिशत

1995 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश के 29,021,184 वोटर्स  में से 18,686,757 ने मतदान कर राज्य में छबीलदास मेहता की सरकार बनाई। कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश के बनीया और पाटिदारों का वोट हासिल करने के लिए छबीलदास मेहता को अपना चहरा बनाया था। राज्य में 1995 में हुए चुनाव में वोटिंग 64.39% रही थी। जो अब तक का सबसे ज्यादा वोटिंग प्रतिशत था। लेकिन 14 मार्च 1995 को राज्य में तख्तापलट हुआ,जिसके चलते राज्य में केशुभाई पटेल ने 14 मार्च, 1995 से 21 अक्टूबर, 1995 तक बीजेपी की नेतृत्व वाली सरकार चलाई थी। बाद में सरकार को बीजेपी के सुरेश मेहता ने 21 अक्टूबर, 1995 से 19 सितंबर, 1996 तक, शंकरसिंह वाघेला ने 23 अक्टूबर, 1996 से 27 अक्टूबर, 1997 तक और दिलीपभाई रमणभाई पारिख ने 28 अक्टूबर, 1997 से 4 मार्च, 1998 तक गुजरात की सत्ता को संभाला था। राज्य में चल रही राजनैतिक अस्थिरता के चलते 4 मार्च, 1998 से 6 अक्टूबर, 2001 तक केशुभाई पटेल मुख्यमंत्री बने लेकिन पार्टी ने उनको हटा कर 7 अक्टूबर 2001 में नरेन्द्र मोदी को प्रदेश की कमान सौपीं थी। 

 2002 में गुजरात विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में आई। इस बार राज्य में 59.30% वोटिंग हुई थी। राज्य में 2007 में हुए चुनाव में मोदी की लोकप्रियता और बड़ी साथ ही 2007 के गुजरात चुनाव में 61.54%  हुई । साल 2012 में हुए आम चुनाव मे राज्य में अब तक का सबसे ज्यादा वोटिंग प्रतिशत 71.32 रहा था। 2017 के प्रदेश विधानसभा चुनाव में राज्य में पाटीदार समाज की नराजगी के चलते कुछ लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। शायद यही वजह थी कि 2017 के चुनाव का वोटिंग प्रतिशत 2012 के मुकाबले 4 प्रतिशत गिरा ।

गुजरात चुनाव 2022 के प्रथम चरण का हुआ मतदान 

गुजरात के विधानसभा चुनाव 2022 के प्रथम चरण में शाम बजे तक 57.08 प्रतिशत वोटिंग हुई है । माना जा रहा है कि मतदान उम्मीद से कम रहा है। 

Created On :   1 Dec 2022 8:51 AM GMT

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