पहाड़ी राज्य को मिला पहला डिप्टी सीएम, आखिर कौन हैं मुकेश अग्निहोत्री, जाने मीडिया से क्या है इनका संबंध?
डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमाचल प्रदेश में तमाम उठा-पठक के बीच नई सरकार का गठन हो गया है। इसी के साथ हिमाचल में एक नया रिकॉर्ड भी बना है, पहली बार हिमाचल प्रदेश को उपमुख्यमंत्री मिला है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकेश अग्निहोत्री ने रविवार को डिप्टी सीएम पद के लिए शपथ ली है। हिमाचल के विधानसभा चुनाव में वो काफी सक्रिय दिखाई दिए थे। जयराम ठाकुर सरकार पर वह काफी आक्रामकता के साथ हमला करते रहते थे। हालांकि, हिमाचल विधानसभा चुनाव में मुकेश अग्निहोत्री का एक नारा खूब सुर्खियों में रहा और लोगों ने काफी पंसद भी किया।
माना जाता है कि नारे ने बीजेपी की आंधी को रोकने मे अहम भूमिका निभाई। वो नारा रहा मित्रां द नाम चल दा जिसने काफी लोकप्रियता हासिल की। अब कांग्रेस की सरकार बनने के बाद डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का एक और बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जब चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को घेरते हुए कहा था कि अगर अमेरिका के प्रेसिडेंट जो बाइडन भी आ जाए तभी भी सीएम चुनाव नहीं जीत सकते। नए नवेले डिप्टी सीएम पद की शपथ लिए मुकेश अग्निहोत्री की राजनीति करियर काफी दिलचस्प रहा है। तो आइए जानते हैं उनके सियासी सफर के बारे में।
5 बार से विधायक हैं डिप्टी सीएम
जयराम ठाकुर की सरकार में मुकेश अग्निहोत्री नेता प्रतिपक्ष थे। भारतीय जनता पार्टी को तमाम मोर्चो पर घेरने के लिए विधानसभा के अंदर व बाहर हमेशा तत्पर रहते थे। मौजूदा समय में वो हरोली विधानसभा सीट से विधायक हैं। हालांकि, इस क्षेत्र से वो 2003 से ही लगातार जीत हासिल कर रहे हैं। पहले हरोली विधानसभा सीट को संतोखगढ़ के नाम से जाना जाता था। इस सीट से बीजेपी के राम कुमार और आप के रविंदर पाल सिंह खड़े हुए थे। हालांकि यह सीट हमेशा से कांग्रेस के ही कब्जे में रही है, इसे भेदना अन्य पार्टियों के लिए चुनौती रहा है। नेता प्रतिपक्ष बनने के पहले मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रह चुके हैं। 5 बार के विधायक रह चुके अग्निहोत्री राजनेता बनने से पहले वो मीडिया में अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं। अग्निहोत्री ने जनसंपर्क और विज्ञापन में पीजी डिप्लोमा किया था। बाद में हिंदी दैनिक वीर प्रताप में बतौर संवाददाता करियर की शुरूआत की थी। सियासत में एंट्री से पहले वह जनसत्ता में ब्यूरो हेड के तौर पर रहे थे।
पहले डिप्टी सीएम बने मुकेश अग्निहोत्री
मुकेश अग्निहोत्री मूलरूप से पंजाब के रहने वाले हैं। जिनका जन्म पंजाब के संगरूर में 9 अक्टूबर 1962 को हुआ था। जिन्होंने अपनी पढ़ाई लिखाई ऊना से किया और बतौर पत्रकार रहते हुए 10 वर्षों तक अपनी सेवा दी। मुकेश अग्निहोत्री को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के सबसे करीबी नेताओं में से माना जाता है। हिमाचल प्रदेश के दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कहने पर ही अग्निहोत्री ने संतोखगढ़ से चुनाव लड़ा था। मुकेश अग्निहोत्री साल 2012 में वीरभद्र की सरकार में पहली बार मंत्री बने थे।
जिससे उनके राजनीति करियर का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ा और उन्हें आज हिमाचल प्रदेश के पहले डिप्टी सीएम बनने का गौरव प्राप्त हुआ है। गौरतलब है कि पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में हर 5 साल के बाद सरकार बदलती रहती है। सत्ता परिवर्तन की परंपरा को बरकार रखते हुए मतदताओं ने सत्ता में रही बीजेपी को हटा कर कांग्रेस को पूर्ण जनादेश दिया। कांग्रेस ने बीजेपी को मात देकर 68 विधानसभा सीटों में से 40 सीटें जीत कर सरकार बनाने में कामयाब रही। वहीं बीजेपी को 25 सीटों से ही संतोष करना पड़ा और अन्य ने 3 सीटों पर जीत हासिल की।
Created On :   11 Dec 2022 6:38 PM IST