राजस्थान कांग्रेस में अनशन पर दौड़ती राजनीति में राहुल गांधी की एंट्री से सुलझेगा मसला! पायलट की मुश्किलों पर पार्टी अपनाएगी 'डिले' की रणनीति

Rahul Gandhis entry in sachin politics running on hunger strike in Rajasthan Congress will solve the issue
राजस्थान कांग्रेस में अनशन पर दौड़ती राजनीति में राहुल गांधी की एंट्री से सुलझेगा मसला! पायलट की मुश्किलों पर पार्टी अपनाएगी 'डिले' की रणनीति
रणनीति से लेकर राजनीति तक राजस्थान कांग्रेस में अनशन पर दौड़ती राजनीति में राहुल गांधी की एंट्री से सुलझेगा मसला! पायलट की मुश्किलों पर पार्टी अपनाएगी 'डिले' की रणनीति

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान कांग्रेस के अंदर चल रही रार का कोई बेहतर समाधान निकलता नजर नहीं आ रहा है। लेकिन अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए तैयार हैं। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस के भीतर दो दिन तक चले मंथन में ये फैसला हुआ कि सचिन पायलट के मसले पर पार्टी जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं करेगी। जिसके बाद इस मसले को फिलहाल डिले करने और फिर उससे निपटने का खाका तैयार कर लिया गया है। इसके अलावा कई मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह भी खबर है कि कांग्रेस के आलाकमान इस मामले में जल्दबाजी नहीं करना चाहते हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी बहुत सोच समझकर इस मामले में आगे फैसला लेगी।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सचिन पायलट एक बार फिर फील्ड में उतरने की तैयारी में हैं। और इसकी शुरूआत वह 17 अप्रैल से करने वाले हैं। इधर, कांग्रेस हाईकमान पायलट मामले में बीच का रास्ता अख्तियार करने में लगी हुई है। ऐसे में बीच को रास्ता निकालने के लिए मसले को डिले करना पार्टी की पहली रणनीति होगी। इसी बीच पार्टी में कई बैठकों का दौर होना तय माना जा रहा है। हालांकि, एक लाइन तय हो चुकी है, जिसके आधार पर पार्टी राज्य में आगे बढ़ने की मूड में दिखाई दे रही है। जो डिले की नीति है। 

क्या है पार्टी की रणनीति?

इधर, कांग्रेस राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी सचिन पायलट के मामले में जल्द फैसला होने के संकेत नहीं दिए हैं। उनका कहना है कि इस मामले में अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है और इसे लेकर किसी भी तरह की रिपोर्ट भी नहीं तैयार की गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के द्वारा इस पर सलाह मशविरा करके आगे बढ़ा दिया जाएगा। 

गौरतलब है कि, इससे पहले भी सुखजिंदर सिंह रंधावा पायलट मामले में सख्त तेवर दिखा चुके हैं, लेकिन अब उनमें बदलाव दिखाई दे रहा है। जहां पहले रंधावा पायलट के अनशन को पार्टी विरोधी रूख बताया था। फिर उसके अगले दिन उन्होंने बीजेपी को निशाना बनाते हुए भाजपा राज में हुए करप्शन पर सवाल खडे़ किए। 

लेकिन अब, पायलट मामले में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एंट्री से नया मोड़ देखने को  मिला है। बता दें कि, राहुल गांधी से इस मामले में सुखजिंदर रंधावा और कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने चर्चा की है। इस बैठक में राहुल गांधी ने दोनों नेताओं से इसे सावधानी से हैंडल करने को कहा है। मालूम हो कि प्रियंका गांधी सचिन पायलट के लिए शुरू से ही पैरवी कर रही थीं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि राजस्थान की सियासत में आगे क्या होने वाला है?

Created On :   14 April 2023 7:34 PM IST

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