ममता के उत्तर बंगाल दौरे को टालने के फैसले की विपक्ष ने की आलोचना
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की 21 सितंबर से उत्तर बंगाल की दो दिवसीय यात्रा स्थगित कर दी गई है, जिस पर विपक्षी दलों ने चुटकी ली है, जिन्होंने इस फैसले को करोड़ों रुपये के डब्ल्यूबीएसएससी भर्ती घोटाले के सिलसिले में उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के कुलपति सुबीरेश भट्टाचार्य की गिरफ्तारी से जोड़ा है।
अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान, मुख्यमंत्री को उत्तरकन्या में तीन कार्यक्रमों में भाग लेना था, जिसे उत्तर बंगाल में मिनी सचिवालय माना जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन तैयारी कर रहा था। लेकिन फिर अंतिम क्षण में घोषणा की गई कि उनकी निर्धारित यात्रा रद्द कर दी गई है।
दार्जिलिंग के सिलीगुड़ी विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक शंकर घोष ने कहा कि डब्ल्यूबीएसएससी भर्ती अनियमितताओं के मामले में भट्टाचार्य की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री की निर्धारित यात्रा को रद्द करना उनकी ओर से एक जानबूझकर चेहरा बचाने की कवायद है। उन्होंने दावा किया, उत्तर बंगाल के लोग नहीं बल्कि राज्य के अन्य हिस्सों के लोग एक ही सवाल उठा रहे हैं। कथित वित्तीय घोटाले के लिए एक प्रमुख राज्य विश्वविद्यालय के कुलपति की गिरफ्तारी से ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता है।
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस के दार्जिलिंग जिलाध्यक्ष आलोक चक्रवर्ती ने कहा कि मुख्यमंत्री का दौरा रद्द होने का केंद्रीय एजेंसियों के घटनाक्रम से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा, विपक्ष नियमित प्रशासनिक घोषणा पर राजनीतिक कीचड़ उछालने की कोशिश कर रहा है।
(आईएएनएस)
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Created On :   20 Sept 2022 2:30 PM GMT