लखीमपुर खीरी कांड का पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा

Lakhimpur Kheri scandal will not affect the party in Punjab assembly elections
लखीमपुर खीरी कांड का पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा
बीजेपी ने कहा लखीमपुर खीरी कांड का पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा

 डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । भाजपा नेतृत्व का मानना है कि पंजाब विधानसभा चुनाव में लखीमपुर खीरी की घटना का पार्टी पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। ऐसा भी माना जा रहा है कि पंजाब में हिंसक घटनाओं का भाजपा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, जहां पार्टी को पिछले एक साल से किसानों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब प्रभारी दुष्यंत गौतम ने आईएएनएस को बताया कि किसानों का विरोध राजनीति से प्रेरित था और लखीमपुर खीरी की घटना का उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे पंजाब या उत्तराखंड में चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

गौतम ने आगे कहा, केवल दो प्रतिशत किसान वामपंथियों द्वारा गुमराह किए गए हैं और अन्य राजनीतिक दल राज्य में शांतिपूर्ण माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। लखीमपुर खीरी की घटना का पंजाब या उत्तराखंड में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। भाजपा के एक वरिष्ठ अंदरूनी सूत्र ने कहा कि हर कोई जानता है कि कुछ राजनीतिक दल अपने चुनावी लाभ के लिए किसानों की अशांति का राजनीतिकरण कर रहे हैं और पंजाब में विरोध प्रदर्शनों को सत्ताधारी दल द्वारा अशांति का झूठा माहौल बनाने के लिए संरक्षण दिया गया था।

भाजपा के एक नेता ने कहा, पंजाब में भाजपा नेताओं पर हिंसा या हमलों की सभी घटनाएं राजनीति से प्रेरित और कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा की गई थीं। राजनीतिक दल निहित स्वार्थ के साथ नए कृषि कानूनों पर किसानों को गुमराह कर रहे हैं। हर कोई समझता है कि नरेंद्र मोदी सरकार किसानों के लाभ के लिए नए कृषि कानून लाई है, लेकिन विपक्षी दल अपने मन में संदेह पैदा करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं। अब, वे लखीमपुर खीरी की घटना का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे अपने मंसूबे पर कामयाब नहीं होंगे। केसर खेमे का दावा है कि पंजाब में केंद्र सरकार के खिलाफ हो रहे आंदोलन में महज 2-3 फीसदी किसान ही हिस्सा ले रहे हैं। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, पंजाब में केवल दो या तीन प्रतिशत किसान ही आंदोलन का हिस्सा हैं। पंजाब में ज्यादातर लोग शांतिप्रिय हैं और वे किसी भी प्रकार की हिंसा के खिलाफ हैं और वे इस सच्चाई को जानते हैं कि इन विरोधों के पीछे कौन है।

 

(आईएएनएस)

Created On :   13 Oct 2021 3:00 PM IST

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