कांग्रेस की कर्नाटक सरकार ने निभाया वादा, पहली ही कैबिनेट में पांच वादों को दी हरी झंडी, कौन से हैं वादे
- राहुल गांधी ने बीजेपी पर साधा निशाना
- कैबिनेट ने पांच वादों को दी हरी झंडी
- सिद्धारमैया बने प्रदेश के नए सीएम
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 7 दिन बाद यानी आज 20 मई को प्रदेश की जनता को नई सरकार मिल गई है। बेंगलुरु में कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता सिद्धारमैया ने सीएम पद की शपथ ली और इसी के साथ सिद्धारमैया दूसरी बार सीएम बनने में सफल रहे। जबकि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम बनाए गए हैं। वहीं शपथ समारोह में कई दिग्गज नेता पहुंचे हुए थे। जिसमें बिहार के सीएम नीतीश कुमार, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, एक्टर कमल हासन और महबुबा मुफ्ती समेत कई नेता शामिल हुए। शपथ समारोह के चंद ही घंटे बाद सिद्धारमैया सरकार ने कैबिनेट की बैठक की। जिसमें पांच वादे पूरे करने का फैसला कर लिया गया है।
राहुल गांधी ने किया था ऐलान
शपथ समारोह में कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी भी पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने शपथ समारोह समाप्त होने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और जमकर बीजेपी पर हमला बोला और कहा कि जो कांग्रेस ने पांच वादे किए तुरंत उसे मंजूरी दी जाएगी। बता दें कि राहुल गांधी के इस बयान के आने के तीन घंटे बाद ही कैबिनेट की पहली बैठक हुई और कांग्रेस द्वारा किए गए पांच वादे को मंजूरी दे दी गई है। वहीं कार्यक्रम में राहुल गांधी ने प्रदेश में स्पष्ट बहुमत के लिए जनता का आभार भी जताया। सीएम शपथ समारोह में राहुल गांधी के साथ बहन प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। हालांकि, मां सोनिया गांधी किसी कारण से इस समारोह का हिस्सा नहीं बन पाई।
राहुल गांधी ने क्या कहा था?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि कर्नाटक की जनता का मैं दिल से आभार जताता हूं, ये केवल मेरी ही तरफ से नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी की ओर से आप सभी का धन्यवाद करता हूं। आपने जिस तरह इस चुनाव में हमारा साथ दिया वो काफी उत्साहित करने वाला है। राहुल गांधी ने आगे कहा था कि, प्रदेश की जनता ने पिछले पांच सालों में कौन-कौन सी मुश्किलों को झेला है आप सभी जानते हैं, साथ में हम भी जानते हैं कि आपने कौन से दुख झेले हैं। उन्होंने आगे कहा, "मीडिया में लिखा गया कि यह चुनाव कांग्रेस पार्टी क्यों जीती। इस जीत का सिर्फ एक कारण है और वह है कांग्रेस कर्नाटक के गरीबों, पिछड़ों, दलितों के साथ खड़ी रही।"
एक दो घंटे में कैबिनेट की बैठक- राहुल
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा का जिक्र करते हुए कहा था, "हमने यात्रा में कहा था नफरत को मिटाया और मोहब्बत जीती। नफरत के बाजार में कर्नाटक ने लाखों मोहब्बत की दुकानें खोली है।" उन्होंने आगे कहा था, "एक दो घंटे में कर्नाटक की नई सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक होगी। उसमें हमारे जो पांच वादे हैं वे कानून बन जाएंगे। हम जो कहते हैं हम कर दिखाते हैं। बता दें कि कर्नाटक कांग्रेस की सरकार ने पहली ही बैठक में पांच किए हुए वादों को मजूंरी दे दी है यानी अब इस पूरे घोषणा को पूरा करने का काम किया जाएगा ताकि प्रदेश की जनता को इसका लाभ मिल सके।
कर्नाटक कांग्रेस के पांच मुख्य वादे
- गरीब परिवार की मुखिया महिला को 2 हजार रुपये प्रति माह
- 200 यूनिट तक बिजली फ्री
- छात्रों को दो साल तक बेरोजगारी भत्ता – ग्रेजुएट को तीन हजार, डिप्लोमा को डेढ़ हजार
- बीपीएल परिवारों को दस किलो चावल फ्री
- महिलाओं के लिए यातायात फ्री
विधानसभा चुनाव के क्या रहे नतीजे?
दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव 10 मई बुधवार(2023) को हुए थे। जिसके नतीजे शनिवार 13 मई को घोषित किए गए थे। जिसमें कांग्रेस पार्टी ने शानदार जीत हासिल की थी। 224 विधानसभा सीटों वाले इस राज्य में कांग्रेस ने 42.9 फीसदी वोट प्रतिशत के साथ 135 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि बीजेपी को 36 फीसदी वोट प्रतिशत के साथ 66 सीटों से ही संतुष्ट करना पड़ा था। वहीं कर्नाटक का 'किंग मेकर' कही जाने वाली जेडी(एस) ने पिछले विधानसभा चुनाव से काफी निराशाजनक प्रदर्शन किया और महज 13.3 फीसदी वोट प्रतिशत के साथ 19 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई थी। वहीं अन्य ने 4 सीटों पर जीत कर अपना झंडा बुलंद किया था।
Created On :   20 May 2023 12:47 PM GMT