राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में तकरार! वसुंधरा समर्थक सीएम फेस को लेकर 'जिद' पर अड़े
- राजस्थान बीजेपी में 'सीएम फेस' को लेकर मचा घमासान
- 29 जून को राजस्थान का दौरा करेंगे जेपी नड्डा
डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान बीजेपी में सब कुछ अच्छा नहीं है। राजस्थान के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का एक बयान काफी चर्चा में है। जोशी ने साफ शब्दों में कह दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। जिससे स्पष्ट हो चला है कि राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी बिना सीएम फेस के चुनाव लड़ती हुई दिखाई देगी। सीपी जोशी के बयान से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और उनके समर्थकों को जोरदार झटका लगा है, जो इस उम्मीद में थे कि पार्टी हाईकमान जल्द ही मुख्यमंत्री के लिए राजे के चेहरा पर मुहर लगा सकती है। राजस्थान बीजेपी में अंदर ही अंदर जबरदस्त गुटबाजी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, राजस्थान भाजपा में दो गुट एक्टिव है। पहला पूर्व सीएम वसुंधरा राजे दूसरा पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का। इसी बात का ख्याल रखते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राजस्थान के दौरे पर आ रहे हैं ताकि पार्टी नेताओं के आंतरिक कलह को चुनाव से पहले जड़ से खत्म किया जा सके।
हाल ही में जेपी नड्डा ने राजस्थान के वरिष्ठ नेताओं को सख्त निर्देश दिए थे और कहा था कि प्रदेश का चुनाव जीतना है तो एक दूसरे से मतभेद न रखे। नड्डा ने यहां तक कह दिया था कि, अगर चुनाव में पार्टी को नुकसान होता है तो इसका सारा जिम्मेदार आंतरिक कलह ही होगा। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के भीतर मची घमासान को शांत करने के लिए ही जेपी नड्डा राजस्थान के दौरे पर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि, जिन नेताओं में ठनी है उनके साथ बंद कैमरे में बैठक कर पूरे मामले को जड़ से खत्म करने की कोशिश करेंगे।
29 जून को राजस्थान दौरे पर रहेंगे जेपी नड्डा
राजस्थान विधानसभा चुनाव इस साल के अंतिम महीने में होने वाला है। जिसको देखते हुए प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियां, कांग्रेस और बीजेपी अपनी तैयारी शुरू कर दी हैं। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, दोनों पार्टियों की स्थिति प्रदेश की सियासत में लगभग बराबर ही है क्योंकि कांग्रेस में अपनी ही सरकार के खिलाफ सचिन पायलट मोर्चा खोले हुए हैं। जबकि राजस्थान बीजेपी भी कई धड़ों में बंटी हुई है और नेता एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं। जिसको देख दोनों ही पार्टियां गहन चिंतन में डूबी हुई हैं कि कैसे चुनाव में 'पार' पाया जा सकेगा। कांग्रेस जहां अपने कल्याणकारी योजनाओं से जनता को एक बार फिर अपने पाले में लाने की पूरी कोशिश कर रही है। वहीं बीजेपी अपने राष्ट्रीय नेताओं के दम पर चुनाव को जीतने का दमभर रही है। 29 जून को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा राजस्थान के भरतपुर जिले से चुनावी बिगुल फूंकेंगे और जनता को साधने के लिए एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
नड्डा के पहल से खत्म होगी गुटबाजी?
बता दें कि, साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को भरतपुर में करारी हार मिली थी। जिसको देखते हुए पार्टी ने इस बार भरतपुर जिले को सबसे पहले चयन किया है ताकि वोटर्स को चुनाव से पहले अपने पाले में लाया जा सके। लेकिन खबरें ये भी हैं कि नड्डा पार्टी में चल रही गुटबाजी को सिरे से खत्म करने के लिए भी राजस्थान आ रहे हैं ताकि सभी नेता मिलकर चुनाव प्रचार में अपना दमखम दिखाए और कांग्रेस के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करे।
सीएम फेस पर फंसा पेंच
दरअसल, राजस्थान बीजेपी में सीएम फेस को लेकर पेंच फंसा है। बीजेपी नेता और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे एक बार फिर सीएम फेस के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं। यहां तक की उनके समर्थक भी कह चूके हैं कि पार्टी हाईकमान राजे के चेहरे पर ही राजस्थान के 'रण' में उतरेगी। लेकिन हाल के दिनों में प्रदेश अध्यक्ष ने जिस तरह कहा कि सीएम फेस पर नहीं बल्कि पीएम नरेंद्र मोदी के नाम और काम पर चुनाव लड़ा जाएगा। यह बात वसुंधरा समर्थकों को कुछ खास रास नहीं आई है। राजे समर्थकों का दावा है कि, वो 36 कौम की नेता हैं जिसकी वजह से पार्टी को इस बार के चुनाव में जीत अवश्य मिलेगी। हालांकि, पार्टी आलाकमान अभी इस पूरे मामले पर 'वेट एंड वॉच' की स्थिति बनाया हुआ है। वहीं राजे भी अब शक्ति प्रदर्शन करने में लग गई हैं। उनसे सीएम फेस को लेकर जब सवाल पूछा गया तो उनका कहना है कि पार्टी हाईकमान जो तय करेगा वही मान्य होगा।
Created On :   26 Jun 2023 10:39 AM IST