नए मुखिया बनने का सफर: बंगाल में अपनी काबीलियत दिखा चुके हैं भजनलाल शर्मा, पहली ही मुलाकात में शाह-नड्डा को कर दिया था इंप्रेस, बैक बेंचर से ऐसे फ्रंट रो में आए भजनलाल!

बंगाल में अपनी काबीलियत दिखा चुके हैं भजनलाल शर्मा, पहली ही मुलाकात में शाह-नड्डा को कर दिया था इंप्रेस, बैक बेंचर से ऐसे फ्रंट रो में आए भजनलाल!
  • राजस्थान को मिला नया सीएम
  • भजनलाल शर्मा के बने राजस्थान के 14वें मुख्यमंत्री
  • शपथ ग्रहण समारोह के दौरान पीएम मोदी रहे मौजूद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहली बार विधायक बने भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को राजस्थान में बतौर मुख्यमंत्री शपथ ली। 12 दिसंबर तक किसी को पता नहीं था कि विधायक दल की बैठक से पहले फोटो सेशन में पीछे वाली कतार में खड़ा व्यक्ति कुछ ही मिनट में राज्य का मुख्यमंत्री घोषित होगा।

भरतपुर के एक ग्राम पंचायत के सरपंच रहे शर्मा के मुख्यमंत्री बनने की कहानी काफी दिलचस्प है। भजनलाल शर्मा पहली बार सांगानेर विधायक चुने गए हैं। पार्टी के प्रदेश महासचिव शर्मा सुर्खियों से दूर रहकर अपने काम के लिए जाने जाते हैं। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सक्रिय सदस्य रहे हैं। साथ ही, वे 1992 में श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान जेल भी जा चुके हैं। शर्मा पिछले 34 सालों से सक्रिय राजनीति का हिस्सा बने रहे हैं। वे भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के अलावा पार्टी के संगठनात्मक स्तर पर विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। 57 वर्षीय भजनलाल साल समर्थन पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम करते आ रहे हैं। वे सुर्खियों से दूर रहना पसंद करते हैं।

नड्डा और शाह की नजर में कैसे आए शर्मा

पार्टी नेताओं का कहना है कि शर्मा मथुरा में गोवर्धन-गिरिराज की परिक्रमा में शामिल होते रहते हैं। जहां एक बार बीजेपी के वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी आया करते थे। वहीं इन दोनों नेताओं की मुलाकात होती थी। तभी शर्मा नड्डा की नजर में आए। शर्मा तब भरतपुर जिले के अध्यक्ष थे। साल 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान भजनलाल शर्मा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सहयोगी के रूप में काम कर चुके हैं। ऐसा कहा जाता है कि इसी दौरान शाह भजनलाल शर्मा के काम से अमित शाह प्रभावित हुए। हालांकि, उनकी कई तस्वीरें प्रधानमंत्री मोदी के साथ भी देखने को मिलती है। जिससे शर्मा के पीएम मोदी के साथ बेहतर संपर्क होने की बात कही जाती है। पार्टी नेताओं का कहना है कि चुनाव के दौरान भजनलाल शर्मा ने खूब मेहनती की है। इसी को देखते हुए पार्टी ने उन्होंने मुख्यमंत्री बनाने के फैसला किया।

शुरुआती पढ़ाई

भजनलाल शर्मा ने राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई भरतपुर जिले के अटारी गांव और नदबई कस्बे से पूरी की है। इसके बाद वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में शामिल हो गए। उन्होंने अपने इलाके में सामाजिक मुद्दों पर काम किया है। साल 1990 में शर्मा एबीवीपी के कश्मीर मार्च में सक्रिय सदस्य भी रहे हैं।

राजस्थान में इस बार कुल 199 सीटों पर वोटिंग हुई। बीजेपी ने यहां 115 सीटों पर जीत हासिल कर राज्य की सत्ता में वापसी कर लिया। वहीं, 69 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली।

Created On :   15 Dec 2023 5:50 PM IST

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