लोकसभा चुनाव 2024: नतीजे से पहले बीजेपी को सूरत सीट पर मिली पहली जीत, बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध चुने गए

नतीजे से पहले बीजेपी को सूरत सीट पर मिली पहली जीत, बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध चुने गए
  • बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल निर्विरोध जीते चुनाव
  • सूरत सीट से कांग्रेस नेता निलेश कुम्भानी का नामांकन रद्द
  • बसपा सहित 8 अन्य नेताओं ने नामांकन वापस लिया

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के नतीजे 4 जून को आएंगे। लेकिन उससे पहले ही बीजेपी को गुजरात के सूरत सीट से खुशखबरी मिली है। बीजेपी उम्मीदवार मुकेश दलाल सूरत संसदीय क्षेत्र से निर्विरोध जीत गए हैं। गुजरात के प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सीआर पाटिल ने इस बात की जानकारी दी है। कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुम्भानी का नामांकन रद्द होने के बाद बसपा प्रत्याशी प्यारेलाल भारती सहित अन्य आठ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया है।

इधर, गुजरात कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने रविवार को बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सूरत लोकसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार का नामांकन फॉर्म बीजेपी के इशारे पर रद्द किया गया है। कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने कहा कि बीजेपी को डर था कि वह सूरत सीट से चुनाव हार रही है इसलिए, उसने कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन रद्द कर दिया।

क्यों रद्द हुआ नामांकन पत्र

गौरतलब है कि सूरत सीट से कांग्रेस प्रत्याशी निलेश कुम्भानी का नामांकन खारिज होने के पीछे कारण बताते हुए चुनाव अधिकारी ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी के तीन में से एक एक प्रस्तावक मौजूद नहीं थे। जिसके बाद उन्होंने निलेश कुम्भानी का नामांकन रद्द कर दिया गया था। बीजेपी ने कांग्रेस कैंडिडेट निलेश कुम्भानी के फॉर्म में तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर को लेकर सवाल उठाए थे।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कसा तंज

इस मामले पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा, "लोकतंत्र खतरे में है। सूरत जिला चुनाव अधिकारी ने सूरत लोकसभा के कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुम्भानी का नामांकन "तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में विसंगतियों" के कारण खारिज कर दिया। समान आधार पर, अधिकारियों ने सूरत से कांग्रेस के स्थानापन्न उम्मीदवार सुरेश पडसाला के नामांकन को खारिज कर दिया। कांग्रेस पार्टी बिना उम्मीदवार के रह गई है। बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया।"

उन्होंने आगे कहा, " 7 मई 2024 को मतदान से लगभग दो सप्ताह पहले 22 अप्रैल, 2024 को सूरत लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार को "निर्विरोध निर्वाचित" घोषित किया गया। मोदी के अन्य काल में एमएसएमई मालिकों और व्यवसायियों के संकट और गुस्से ने भाजपा को इतनी बुरी तरह से डरा दिया है कि वे सूरत लोकसभा को "मैच-फ़िक्स" करने का प्रयास कर रहे हैं, जिसे उन्होंने 1984 के लोकसभा चुनावों के बाद से लगातार जीता है! हमारे चुनाव, हमारा लोकतंत्र, बाबासाहेब अम्बेडकर का संविधान - सभी एक पीढ़ीगत खतरे में हैं। यह हमारे जीवनकाल का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है!"

Created On :   22 April 2024 4:38 PM IST

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