अपराध: फर्जी टीटीई बनकर लाखों की ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, फर्जी नियुक्ति पत्र भी बरामद

फर्जी टीटीई बनकर लाखों की ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार, फर्जी नियुक्ति पत्र भी बरामद
नोएडा के थाना सेक्टर-63 पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए रेलवे में टीटीई की नौकरी दिलाने और शस्त्र लाइसेंस बनवाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले एक फर्जी टीटीई को गिरफ्तार किया है।

नोएडा, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। नोएडा के थाना सेक्टर-63 पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए रेलवे में टीटीई की नौकरी दिलाने और शस्त्र लाइसेंस बनवाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले एक फर्जी टीटीई को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से सात फर्जी नियुक्ति पत्र, 3 मोबाइल फोन, भारतीय रेलवे की मुहर, फर्जी आईडी कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं।

पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान प्रशांत कुमार गुप्ता, निवासी सी-495, बर्रा-8, थाना बर्रा, जिला कानपुर नगर के रूप में हुई है। आरोपी फिलहाल सेक्टर-49 के बरौला, हिंडन विहार में रहता है। उसे बहलोलपुर अंडरपास से एफएनजी गोल चक्कर की तरफ जाने वाली सर्विस रोड पर ग्रीन बेल्ट के गेट के पास से गिरफ्तार किया गया।

घटना का खुलासा तब हुआ जब 27 अप्रैल को एक पीड़ित ने थाना सेक्टर-63 में शिकायत दर्ज कराई कि प्रशांत नामक व्यक्ति ने उससे शस्त्र लाइसेंस बनवाने के नाम पर 71,000 रुपए और उसके भांजे को रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 1,00,000 रुपए की ठगी की। पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।

पुलिस जांच में सामने आया कि अभियुक्त खुद को रेलवे, पुलिस विभाग और डीएम कार्यालय गौतमबुद्धनगर से जुड़ा हुआ बताकर लोगों को झांसे में लेता था। वह रेलवे में टीटीई के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर मोटी रकम वसूलता था। नवंबर 2024 में उसने पीड़ित से 'विशाल' नाम से संपर्क साधा था और बाद में अपना असली नाम प्रशांत कुमार गुप्ता बताया था।

अभियुक्त ने फर्जी आईडी और रेलवे का पहचान पत्र दिखाकर भरोसा जीत लिया। बाद में विभिन्न तिथियों में फोन-पे के जरिए 71,000 रुपए लिए और वादी के भांजे की नौकरी के नाम पर 1 लाख रुपए नकद ऐंठ लिए। जब पीड़ित ने लाइसेंस और नौकरी की प्रगति के बारे में पूछताछ की तो आरोपी टालमटोल करने लगा और अंततः फोन उठाना बंद कर दिया।

पुलिस जांच में यह भी पता चला कि अभियुक्त ने एक अन्य व्यक्ति से भी रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 4 लाख रुपए वसूल लिए थे। वह कुल मिलाकर 8-10 लोगों से करीब 7.5 लाख रुपए ठग चुका है।

पुलिस को उसके पास से रेलवे भर्ती बोर्ड के 7 फर्जी नियुक्ति पत्र, 3 मोबाइल, 1 इंक पैड, भारतीय रेलवे की मुहर, 5 चेक बुक (विभिन्न बैंकों की), 2 बैंक पासबुक, 1 फर्जी टीटीई आईडी कार्ड, 1 सेल्फ रिपोर्टर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड और उनकी छायाप्रति और 3 फर्जी ब्लैंक पैड बरामद हुए हैं।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले में गहन पूछताछ की जा रही है और आशंका है कि अभियुक्त से और भी कई मामलों का खुलासा हो सकता है।

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Created On :   28 April 2025 5:57 PM IST

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