स्वास्थ्य/चिकित्सा: दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे हैं साइलेंट निमोनिया के मरीज चिकित्सक

दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे हैं साइलेंट निमोनिया के मरीज चिकित्सक
दिल्ली में वायु प्रदूषण के चलते लोग कई सारी बीमारियों का सामना कर रहे है। एक्यूआई लेवल अति खराब श्रेणी में पहुंच गया है। ऐसे में श्वसन समस्याओं को लेकर मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों के मुताबिक इन दिनों साइलेंट निमोनिया के केस बढ़ रहे हैं।

नई दिल्ली, 7 नवंबर (आईएएनएस)। दिल्ली में वायु प्रदूषण के चलते लोग कई सारी बीमारियों का सामना कर रहे है। एक्यूआई लेवल अति खराब श्रेणी में पहुंच गया है। ऐसे में श्वसन समस्याओं को लेकर मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। चिकित्सकों के मुताबिक इन दिनों साइलेंट निमोनिया के केस बढ़ रहे हैं।

इस बारे में ज्‍यादा जानकारी के लिए आईएएनएस ने दिल्ली के सीके बिरला अस्पताल के पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. विकास मित्तल से बात की।

डॉ. विकास मित्तल ने बताया, ''इन दिनों इमरजेंसी में निमोनिया जैसी श्वसन समस्याओं से जूझ रहे मरीज भारी संख्‍या में आ रहे है। कई मामलों में वॉकिंग निमोनिया या एटिपिकल निमोनिया देखने को मिल रहा है। ऐसे में एक्स-रे में निमोनिया के पैच दिखाई देते हैं, लेकिन रोगी गंभीर रूप से बीमार नहीं होते हैं। इसके साथ ही साइलेंट निमोनिया के मामलों में भी वृद्धि देखने को मिल रही है, जिसमें छाती में संक्रमण इतना गंभीर है कि मरीज को आईसीयू में भर्ती करना पड़ता है।''

डॉक्‍टर ने आगे कहा, ''इसके अलावा कई मरीज बुखार के बिना भी ऊपरी श्वसन संबंधी लक्षणों जैसे कि आंख, नाक और गले में खुजली का अनुभव कर रहे हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि प्रदूषण इसका प्राथमिक कारण है या नहीं, लेकिन साल के इस समय में इतने सारे निमोनिया के मामले देखना असामान्य है, इसलिए हमें यह जांच करने की जरूरत है कि क्‍या वायु गुणवत्ता के कारण यह मामले सामने आ रहे हैं?''

''वायु प्रदूषण पर अक्सर चर्चा की जाती है, लेकिन श्वसन स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव, विशेष रूप से निमोनिया के मामलों में हो रही वृद्धि को भी नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।''

उन्होंने आगे कहा, ''दिल्‍ली की इस जहरीली हवा से स्वस्थ व्यक्ति भी बीमारी की चपेट में आ रहे है। इससे बचने के लिए क्रोनिक हार्ट, किडनी या लिवर की समस्या से जूझ रहे लोगों सहित सभी के लिए उपाय करना महत्वपूर्ण है।''

इसके बचने के लिए डॉ. विकास मित्तल ने बताया कि स्वस्थ व्यक्तियों इन बीमारियों से बचने के लिए एक अच्छी जीवनशैली अपनानी चहिए। इसके साथ ही अपने भोजन में नट्स, फलों और सब्जियों के रूप में एंटीऑक्सीडेंट शामिल करना जरूरी है। इसके साथ ही अपने आप को हाइड्रेटेड रखना भी महत्‍वपूर्ण है।''

डॉ. विकास मित्तल ने बताया, ''अगर आहार का सेवन अपर्याप्त है तो सप्लीमेंट मदद कर सकते हैं। जिन लोगों को पहले से ही कोई बीमारी है, उन्हें अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए कि वे खुद को कैसे सुरक्षित रखें। जागरूकता और सक्रियता जैसे स्वास्थ्य उपाय उच्च प्रदूषण से निमोनिया जैसे संक्रमण के जोखिम को रोकने में मदद कर सकते है।''

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   7 Nov 2024 12:49 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story