राजनीति: जेल में बंद रहने के बावजूद भी केजरीवाल ने नहीं दिया था सीएम पद से इस्तीफा सुधांशु त्रिवेदी

जेल में बंद रहने के बावजूद भी केजरीवाल ने नहीं दिया था सीएम पद से इस्तीफा  सुधांशु त्रिवेदी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पद से इस्तीफा देने के ऐलान पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाए।

नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पद से इस्तीफा देने के ऐलान पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाए।

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "आप लोगों को पता होना चाहिए कि तिहाड़ जेल दिल्ली सरकार के अधिकार क्षेत्र में आती है। केजरीवाल के साथ उनके दो मंत्री भी तिहाड़ जेल में बंद थे यानी दो वजीर और एक वजीर-ए-आजम, अपनी ही जेल में बंद थे। इसके बावजूद उन्होंने अपना पद छोड़ना उचित नहीं समझा।"

भाजपा प्रवक्ता ने कहा, "मैं साफ कर देना चाहता हूं कि आम आदमी पार्टी भ्रम और झूठ का प्रचार करती है। केजरीवाल कहते हैं कि वह गैर भाजपा शासित राज्य के पहले मुख्यमंत्री के रूप में जेल में बंद थे। मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि करुणानिधी, मधु कोड़ा और शिबू सोरेन भी सीएम पद पर रहते हुए जेल में बंद रहे हैं।"

उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "अरविंद केजरीवाल देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बने हैं, जो सर्वोच्च न्यायालय द्वारा प्रतिबंधित हैं कि आप कार्यालय नहीं जा सकते, फाइल पर साइन नहीं कर सकते, जिस मुद्दे में आप आरोपी हैं उस पर बयान नहीं दे सकते। भारत के इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं होगा कि मुख्यमंत्री के रूप में ऐसे प्रतिबंध हो। फिर भी इनको 48 घंटे किस चीज के लिए चाहिए? वो कौन सा निजी काम है?"

उन्होंने कहा, "जब केजरीवाल ने इस्तीफा देने का ऐलान किया तो हम ये कह सकते हैं कि यह उनके जुर्म का इकबालिया बयान हो गया। मतलब आपने मान लिया कि आप पर जो आरोप हैं, वो इस लायक हैं कि आप इस पद पर नहीं रह सकते।"

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, "भारत की राजनीति की सबसे नई नवेली पार्टी के अजब और अलबेले किरदार स्वघोषित कट्टर ईमानदार और पूरी तरह दागदार रहकर जेल से बाहर आकर स्वागत धुंआधार करवा रहे हैं। इन्होंने नई राजनीति की जो नजीर पेश की है, उसकी तुलना भारत की राजनीति में नहीं है। अरविंद केजरीवाल ने जेल में ही रहकर सत्तालोलुपता की एक नई नजीर देश के सामने रखी।"

उन्होंने आगे कहा, "जेल से बाहर आकर जिस प्रकार से आतिशबाजी हुई, अपनी ही सरकार के जेल से बाहर आकर अपने ही सरकार के बनाए गए नियम को तोड़ने वाले भी, वह इस देश के पहले मुख्यमंत्री हैं।"

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   15 Sept 2024 1:33 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story