सुरक्षा: पाकिस्तान के सरगोधा में कथित ईशनिंदा को लेकर मुस्लिम भीड़ ने ईसाई व्यक्ति पर हमला किया, घर में आग लगाई
सरगोधा, 25 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान के सरगोधा में शनिवार को ईशनिंदा की एक कथित घटना पर गुस्साई भीड़ ने एक ईसाई व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल कर दिया और उसके घर में आग लगा दी।
स्थानीय सूत्रों ने खुलासा किया कि स्थिति तब हिंसक हो गई, जब एक गुस्साई भीड़ सरगोधा के मुजाहिद कॉलोनी में घुस गई, जहां कई ईसाई परिवार रहते हैं। भीड़ ने एक ईसाई व्यक्ति के घर में तोड़-फोड़ की, उसे बुरी तरह पीटा और उसके सामान को आग लगा दी।
भीड़ ने पूरी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के अलावा परिसर के भीतर चल रही एक जूता फैक्ट्री को भी आग लगा दी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, में एक बुरी तरह से घायल व्यक्ति को जमीन पर पड़ा हुआ दिखाया गया और कई लोग उस पर हमला करते देखे गए। कई लोगों ने तो पत्थरों का भी इस्तेमाल किया।
हालांकि, स्थानीय पुलिस ने कहा कि गुस्साई भीड़ को तितर-बितर करने और घायलों को पास के अस्पताल में ले जाने के बाद हालात पर काबू पाया गया।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि उन्होंने भीड़ को तितर-बितर कर दिया और कम से कम दो और परिवारों को मुस्लिम भीड़ के हमले से बचाया।
क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी (आरपीओ) शारिक कमाल ने कहा, "हमने घायलों को अस्पताल पहुंचाया है और घटना में शामिल कई संदिग्धों को हिरासत में भी लिया है।"
सरगोधा जिला पुलिस अधिकारी (डीपीओ) असद इजाज मल्ही ने पुष्टि की, "यह घटना कथित ईश निंदा के विरोध में हुई।"
एजाज ने कहा, "जब पुलिस की टुकड़ी मौके पर पहुंची, तो हमने कुछ घरों के बाहर भारी भीड़ देखी। हमने परिवारों को सुरक्षित बाहर निकाला।"
जबकि पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि कोई भी घायल नहीं हुआ। घटना पर सोशल मीडिया पोस्ट में हिंसक भीड़ द्वारा यातना और बर्बरता की पुष्टि की गई।
डीपीओ ने कहा, "हमने स्थिति का मूल्यांकन करने और मामले पर एक बयान जारी करने के लिए एक जिला शांति समिति को बुलाया है। जिला समिति में जिला प्रशासन, मुस्लिम और अल्पसंख्यक समुदायों के धार्मिक विद्वान शामिल हैं।"
पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग (एचआरसीपी) ने सरगोधा में सामने आ रही स्थिति पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा है, "गिलवाला में ईसाई समुदाय गुस्साई भीड़ के कारण अपने जीवन पर गंभीर खतरा महसूस कर रहा है।"
इस घटना ने पिछले अगस्त की भयावह यादें ताजा कर दी हैं, जब जारनवाला में समुदाय के सदस्यों द्वारा की गई कथित ईशनिंदा पर गुस्साई भीड़ ने ईसाई चर्चों और ईसाई कब्रिस्तानों पर हमला किया था और पड़ोस ईसाइयों के दर्जनों घरों को आग लगा दी थी।
मानवाधिकार वकीलों ने जरनवाला घटना के अपराधियों और कट्टरपंथियों के हौसलों के खिलाफ कोई गंभीर और ईमानदार कार्रवाई करने में विफल रहने को लेकर पाकिस्तानी सरकार की आलोचना की है।
राजनेता और मानवाधिकार वकील जिब्रान नासिर ने कहा, "मैं सरगोधा में हुई घटना की कड़ी निंदा करता हूं। मैं जरनवाला घटना के अपराधियों के खिलाफ कोई गंभीर और ईमानदार कार्रवाई करने में राज्य की विफलता की निंदा करता हूं। इससे केवल उन लोगों का हौसला बढ़ा है जो अपने आपराधिक कृत्यों को छिपाने के लिए धार्मिक भावनाएं भड़काते हैं।"
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Created On :   25 May 2024 7:18 PM IST