राजनीति: अटल जी की 100वीं जयंती पर झारखंड भाजपा ने लगाई चित्र प्रदर्शनी, मरांडी बोले - 'अलग झारखंड उन्हीं की देन'

अटल जी की 100वीं जयंती पर झारखंड भाजपा ने लगाई चित्र प्रदर्शनी, मरांडी बोले - अलग झारखंड उन्हीं की देन
पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर रांची में झारखंड प्रदेश भाजपा कार्यालय में उनकी राजनीतिक यात्रा पर फोटो प्रदर्शनी लगाई गई। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने उनकी तस्वीर पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की और इसके बाद फीता काटकर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। बड़ी संख्या में लोगों ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

रांची, 25 दिसंबर (आईएएनएस)। पूर्व प्रधानमंत्री भारतरत्न अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर रांची में झारखंड प्रदेश भाजपा कार्यालय में उनकी राजनीतिक यात्रा पर फोटो प्रदर्शनी लगाई गई। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने उनकी तस्वीर पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की और इसके बाद फीता काटकर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। बड़ी संख्या में लोगों ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

झारखंड विधानसभा परिसर स्थित अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर भी बुधवार को भाजपा के कई नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित की। इनमें प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पार्टी के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र त्रिपाठी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह प्रमुख रहे।

भाजपा के प्रदेश कार्यालय में वाजपेयी पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी में उनकी पूरी जीवन यात्रा दर्शायी गई है। मरांडी ने इस मौके पर कहा कि अटल जी की जीवन यात्रा हर किसी के लिए प्रेरक रही है। भारतीय जनसंघ से लेकर भारतीय जनता पार्टी के उत्थान में अटल जी का योगदान हमेशा स्तुत्य रहा है। समाज के अंतिम पायदान पर बैठे हुए व्यक्ति के उत्थान और लोकतंत्र में उनकी सहभागिता के लिए उन्होंने जो काम किया, वह देश के लोकतांत्रिक इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।

मरांडी ने कहा कि उन्होंने देश और समाज के लिए अपना पूरा जीवन दिया और और भारत के प्रधानमंत्री के रूप में उनका काम अद्भुत रहा है। यह अटल जी की ही देन है कि झारखंड अलग राज्य का निर्माण हुआ। यह उनका ही प्रयास था कि जो पहले झारखंड अलग राज्य के गठन का विरोध कर रहे थे, वे भी उनके साथ आए। अलग राज्य का प्रस्ताव उन्होंने बिना किसी गतिरोध के पारित कराया।

बाबूलाल मरांडी ने उनके साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से लेकर मंत्रिमंडल तक में काम करने के अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि वे ऐसे व्यक्तित्व थे कि जब बोलने के लिए खड़े होते थे तो उनके विरोधी ही नहीं, पूरा देश उन्हें सुनने को आतुर रहता था।

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Created On :   25 Dec 2024 3:04 PM IST

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