शिवाजी की प्रतिमा पर सियासत: प्रतिमा गिरने पर पीएम मोदी ने मांगी माफी, संजय राउत ने किया ऐलान- जल्द शुरु होगा 'सरकार को जूते मारो आंदोलन'

प्रतिमा गिरने पर पीएम मोदी ने मांगी माफी, संजय राउत ने किया ऐलान- जल्द शुरु होगा सरकार को जूते मारो आंदोलन
  • जल्द शुरु होगा 'सरकार को जूते मारो आंदोलन'
  • शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर पीएम मोदी ने मांगी माफी
  • महाराष्ट्र में प्रतिमा गिरने को लेकर सियासत तेज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिराने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया सामने आई है। शुक्रवार को पालघर पहुंचे पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर सिर झुकाकर माफी मांगता हूं।'

'आराध्य देव की चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज इस कार्यक्रम के बारे में बात करने से पहले मैं अपने दिल की भावनाएं व्यक्त करना चाहता हूं। जब 2013 में भाजपा ने मुझे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया, तो सबसे पहले मैंने रायगढ़ किले में जाकर छत्रपति शिवाजी महाराज की समाधि के सामने बैठकर प्रार्थना की और उनका आशीर्वाद लिया। पिछले दिनों सिंधुदुर्ग में जो कुछ भी हुआ, मेरे और मेरे सभी साथियों के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज सिर्फ एक नाम नहीं हैं, हमारे लिए छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे आराध्य देवता हैं। मैं आज अपने आराध्य देव की चरणों में मस्तक रखकर माफी मांगता हूं।"

हमारे संस्कार अलग हैं- पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "हमारे संस्कार अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो भारत माता के महान सपूत वीर सावरकर को गाली देते रहें, उनका अपमान करते रहें, देशभक्तों की भावनाओं को कुचलते रहें, और उसके बावजूद माफ़ी मांगने को तैयार न हों। ऐसे महान सपूतों का अपमान करने के बाद जिन्हें पश्चाताप न हो, उनके संस्कार महाराष्ट्र की जनता जान लें।"

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "पिछले 1 दशक में भारत के समुद्री तट पर विकास ने अभूतपूर्व गति पकड़ी है, हमने बंदरगाहों का आधुनिकीकरण किया है, जलमार्गों का विकास किया है। इस दिशा में लाखों-करोड़ों रुपये का निवेश किया गया है। निजी निवेश भी बढ़ा है। इसका लाभ हमारे युवाओं को मिल रहा है, उन्हें नए अवसर मिल रहे हैं। आज पूरी दुनिया की नजर वाढवण पोर्ट पर है। इससे इस पूरे क्षेत्र की आर्थिक तस्वीर बदल जाएगी।"

जानें पूरा मामला

रिपोर्ट के मुताबिक, छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा स्थापित करने पर 3600 करोड़ रुपये की लागत आई थी। 1 नवंबर 2018 महाराष्ट्र कैबिनेट ने प्रोजेक्ट को एडमिनिस्ट्रेटिव अप्रूवल दिया था और 3700.84 करोड़ रुपये के खर्च को मंजूरी दी गई थी, जिसमें साइट का सर्वेक्षण और जांच से लेकर पुलिस द्वारा सुरक्षा उपाय शामिल थे। सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण 4 दिसंबर, 2023 को किया गया था। जिसका उद्घाटन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। जिसके बाद 26 अगस्त 2024 को 35 फीट ऊंची शिवाजी की प्रतिमा ढहने से राज्य में सियासत गरमा गई।

महाविकास आघाड़ी की ओर से लगातार सरकार से माफी मांगने की अपील की जा रही है। उद्धव ठाकरे, कांग्रेस नेता नाना पटोले और संजय राउत सहित शरद पवार शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने को लेकर महायुति को घेरने में लगे हुए हैं। उद्धव ठाकरे की पार्टी ने रविवार से "सरकार को जूते मारो आंदोलन" शुरू करने का ऐलान किया है। जिसमें महाविकास आघाड़ी के सभी नेता शामिल होंगे।

मोदी ने मांगी माफी

शुक्रवार को पीएम मोदी महाराष्ट्र के पालघर पहुंचे। जहां मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने उनका अभिनंदन किया। पीएम मोदी ने यहां 76,000 करोड़ रुपये की वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रखी। साथ ही, पीएम मोदी ने लगभग 1,560 करोड़ रुपये की 218 मत्स्य पालन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इसी दौरान उन्होंने बीते दिनों क्षत्रपति शिवाजी की प्रतिमा गिरने को लेकर कहा कि, 'शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर सिर झुकाकर माफी मांगता हूं।'

Created On :   30 Aug 2024 10:41 AM GMT

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