पाक में पसरे संकट पर आरएसएस नेता ने दी आदत से बाज आने की सलाह, बताया किन हालात में भारत कर सकता है दुश्मन देश की मदद
- पाक का निर्माण ही दुश्मनी के आधार पर ही हुआ है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के आर्थिक हालात पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस की तरफ से एक बयान सामने आया है। आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल एक निजी मीडिया चैनल से कहा है कि पाक को अपनी आदत से बाज आना चाहिए, पड़ोसी मुल्क संकट में है लेकिन वो बार-बार आक्रमण करने से कभी नहीं चूकता है। बता दें कि, इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी पाक के आर्थिक हालात पर अपनी राय रख चुके हैं।
पाक पर खुल कर बोले
पड़ोसी मुल्क पाक की कंगाली पर कृष्ण गोपाल ने कहा कि, भारत सर्वे भवन्तु सुखिन: का विचार रखता है। भारत चाहता है कि दुनिया का कोई भी देश गरीब न हो, कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की हालत बेहद दयनीय है लेकिन फिर भी वो आक्रमण करने से बाज नहीं आता है। पाक अगर उदार मन से भारत से गेहूं मांगे तो भारत जरूर मदद करेगा। यह हमारी सनातन परंपरा है। उन्होंने कोरोना का जिक्र करते हुए कहा कि पैनडेमिक के समय में भारत ने कई देशों की मदद की। लेकिन सबसे बड़ी समस्या पाक की है, वह शत्रुता कभी नहीं छोड़ता है।
जिन्ना पर गोपाल ने क्या कहा?
डॉ. कृष्णगोपाल ने अपने इंटरव्यू के दौरान कहा कि, पाक का निर्माण ही दुश्मनी के आधार पर ही हुआ है। यह किसी से छुपा नहीं है। पाक जिन्ना साहब की सोच की वजह से ही बना था। उन्हें लगा की हिंदुओं के साथ मुस्लिम नहीं रह सकते लेकिन ये पूरी तरह गलत बात थी। आज पाक में हिंदुओं की स्थिति कितनी खराब है ये जग जाहिर है। आज भारत में मुस्लिम बड़े ही अच्छे से रह रहे हैं। जनसंख्या साढ़े तीन करोड़ से आज इनकी संख्या 14 करोड़ से अधिक हो गई है। वहीं पाक में हिंदू बंटवारे के समय ग्यारह फीसदी थे लेकिन अब केवल एक ही फीसद बचे हुए हैं।
विदेश मंत्री ने क्या कहा था ?
डॉ. कृष्णगोपाल ने आगे कहा कि अगर पाक सही मन रखे तो भारत उसकी मदद जरूर करेगा। पाक को अब तक युद्ध में भारत ने चार बार हराया है। जब-जब उसने भारत के खिलाफ हथियार उठाया उसे देश की सेना ने माकुल जवाब दिया। वह हमेशा भारत में आतंक को भेजता रहता है जिसकी वजह से उसे संबंध बनाना बड़ा ही कठिन है। वहीं पाक की हालात पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि, पाक की स्थिति खराब है लेकिन उसकी मदद भारत अपने नागरिकों की राय जाने बगैर नहीं करेगा। हमारे नागरिक इस मामले को लेकर क्या सोचते हैं, यह जानने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
Created On :   24 Feb 2023 9:04 AM GMT