Parliament: NDA प्रत्याशी हरिवंश दूसरी बार बने राज्यसभा के उपसभापति, पीएम मोदी ने दी बधाई
- बिहार से ताल्लुक रखने वाले हरिवंश पत्रकार रहे हैं
- मनोज झा दिल्ली विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग में प्रोफेसर
- हरिवंश ने आरजेडी के मनोज झा को चुनाव में हराया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। NDA प्रत्याशी ओर जनता दल यूनाइटेड (JDU) के नेता हरिवंश सिंह एक बार फिर राज्यसभा के उपसभापति चुन लिए गए हैं। उन्होंने विपक्ष की ओर से आरजेडी उम्मीदवार और सांसद मनोज झा को हराया। कोरोना संकट के बीच आज (सोमवार, 14 सितंबर) मॉनसून सत्र की शुरुआत हुई। राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान उपसभापति चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई तो जेपी नड्डा, नरेंद्र तोमर और नरेश गुजराल ने हरिवंश के समर्थन में प्रस्ताव रखा। जबकि कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, गुलाम नबी आजाद त्रिची शिवा ने मनोज झा के समर्थन में प्रस्ताव रखा। बता दें कि हरिवंश दूसरी बार राज्यसभा के उपसभापति चुने गए हैं। इससे पहले 2018 में वे उपसभापति बने थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी है।
PM मोदी ने दी हरिवंश को बधाई
NDA प्रत्याशी हरिवंश को राज्यसभा का उपसभापति चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी। उन्होंने कहा कि हरिवंश जी का जितना सम्मान मैं करता हूं, सदन का हर सदस्य उनका उतना ही सम्मान करता है। उन्होंने यह सम्मान कमाया है। संसद में उनकी निष्पक्ष भूमिका हमारे लोकतंत्र को मजबूत करती है। पीएम ने कहा कि सदन की कार्यवाही विषम परिस्थितियों में हो रही है। ऐसे में यह कार्यवाही सही तरीके से चलती रहे, इसके लिए हमें सभापति और उपसभापति का सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि सदन में प्रोडक्टिविटी के साथ-साथ पॉजिटिविटी भी बढ़ी है।
निष्पक्षता से कार्यवाही पूरी करते हैं हरिवंश, वे बहुत अच्छे अंपायर हैं
प्रधानमंत्री ने कहा कि सांसद बनने के बाद हरिवंश ने हमेशा यह सुनिश्चित किया कि कैसे सभी सांसद और कर्तव्यनिष्ठ बन सकते हैं। उनके अंदर का पत्रकार हमेशा जीवित रहा है। उन्होंने कहा कि हरिवंश पूरे सदन की ओर से आते हैं। वह बिना किसी का पक्ष लिए कार्यवाही पूरी करते हैं। वह एक बहुत अच्छे अंपायर हैं और आने वाले समय में भी ऐसे ही रहेंगे।
हार के बाद मनोज झा का शायराना अंदाज
जदयू सांसद और विपक्ष के उम्मीदवार और राजद सांसद मनोज झा ने हार के बाद विपक्ष के साथियों समेत सभी को धन्यवाद कहा। मनोज झा ने कहा कि यह किन्हीं दो व्यक्तियों के बीच का मामला नहीं था। उन्होंने शायराना अंदाज में कहा कि अहमद फराज ने कहा था- तू मोहब्बत से कोई चाल तो चल, हार जाने का हौसला है मुझमें।
शुक्रवार को दाखिल किए गए थे नामांकन
इससे पहले एनडीए की ओर से जेडीयू सांसद हरिवंश सिंह ने पिछले हफ्ते बुधवार को अपना नामांकन दाखिल किया था, जबकि मनोज झा ने शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया। हरिवंश पत्रकार रहे हैं और बिहार की सियासत को करीब से समझते हैं। जबकि मनोज झा दिल्ली विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग में प्रोफेसर हैं। वो आरजेडी के राज्यसभा सासंद होने के साथ-साथ पार्टी के प्रवक्ता होने नाते मुखर आवाज भी हैं।
पेशे से पत्रकार रहे हैं हरिवंश
राज्यसभा सांसद बनने से पहले हरिवंश नारायण सिंह की पहचान एक पत्रकार के तौर पर रही है। हरिवंश का जन्म जयप्रकाश नारायण के गांव सिताब दियारा में हुआ। वह शुरू से ही समाजवादी विचारधारा के रूप में जाने जाते थे। वारणसी से शिक्षा हासिल करने के दौरान ही हरिवंश सिंह जेपी आंदोलन से जुड़ गए थे। बाद में उन्होंने पत्रकारिता में कदम रखा और करीब चार दशक तक पत्रकारिता में सक्रिय रहे। उन्होंने देश के कई प्रमुख अखबारों के लिए काम किया और 1989 में प्रभात खबर शुरू किया। 2014 में जेडीयू ने उन्हें राज्यसभा भेजा और 2018 में राज्यसभा के उपसभापति चुने गए, लेकिन इस साल उनका कार्यकाल पूरा हो जाने के चलते अब दोबारा से उसी पद के लिए मैदान में उतरे और जीत हासिल की।
Created On :   14 Sept 2020 6:00 PM IST