मारपीट मामला: रिटायर्ड नैवी ऑफिसर से मिले रक्षा मंत्री, कहा- गुंडों ने किया हमला, ऐसी घटना स्वीकार नहीं किया जाएगा
- पूर्व अधिकारी मदन शर्मा से मारपीट पर भड़के राजनाथ
- पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बताया स्टेट स्पॉन्सर टेरर
- पूर्व सैनिक पर इस तरह का हमला अत्यंत खेदजनक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मुंबई में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना वाले कार्टून को व्हाट्सएप पर फॉरवर्ड करने को लेकर पूर्व नैवी के रिटायर्ड ऑफिसर मदन शर्मा की पिटाई का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। कोरोना के मामले, सुशांत सिंह राजपूत की मौत, कंगना रणौत और संजय राउत के विवाद के बाद अब इस मामले को लेकर भी महाराष्ट्र में राजनीति तेज हो गई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को नौसेना के पूर्व अधिकारी मदन शर्मा से बात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा और पूरे घटना की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि नौसेना के पूर्व अधिकारी मदन शर्मा से बात कर उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना, मुंबई में जिन पर कुछ गुंडो ने हमला किया था। पूर्व सैनिक पर इस तरह का हमला अत्यंत खेदजनक है और इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। मैं उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
शिवसैनिकों ने रिटायर्ड नैवी ऑफिसर की पिटाई की, 6 गिरफ्तार
बता दें कि रिटायर्ड नैवी ऑफिसर मदन शर्मा ने व्हाट्स एप पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कार्टून फरवर्ड किया था। इसमें उद्धव ठाकरे को कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार की तस्वीरों के सामने हाथ जोड़े दिखाया गया। इससे नाराज शिवसेना कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को उनकी पिटाई कर दी थी। मदन शर्मा ने बताया कि व्हाट्सएप पर एक कार्टून था, जिसको शेयर करने से शिवसेना ग्रुप के लोगों को आपत्ति हुई थी। बात करने गए तो 10-15 लोग हमें मिलकर मारने लगे। मुझे कह रहे थे कि तुम आरएसएस, बीजेपी के आदमी हो।
शनिवार को 5 हजार के मुचलके पर आरोपी रिहा
इसके बाद शिकायत किए जाने पर मुंबई पुलिस ने छह लोगों को शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया, लेकिन शनिवार दोपहर तक सभी आरोपियों को 5 हजार रुपए के मुचलके पर समता नगर पुलिस स्टेशन से जमानत दे दी गई। जमानत मिलने के खिलाफ खिलाफ गैर जमानती अपराध का मामला दर्ज करने की मांग करते हुए बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
अधिकारी की बेटी ने कहा सरकार पर भरोसा नहीं रहा
प्रदर्शन करने वालों में मारपीट का शिकार बने नौसेना के पूर्व अफसर मदन शर्मा की बेटी भी शामिल थीं। प्रदर्शन करने वाले बीजेपी कार्यकर्ता आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती अपराध के तहत मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे। कांदीवली में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के कार्यालय के सामने प्रदर्शन करने पहुंची मदन शर्मा की बेटी शीला शर्मा ने कहा कि मैं महाराष्ट्र सरकार को कुछ नहीं कहना चाहती हूं। मुझे उन पर भरोसा नहीं है। उन्होंने मांग की है कि उनके पिता पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। शीला शर्मा का आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने हल्की धाराएं लगाईं, जिससे आरोपियों को थाने से ही जमानत मिल गई।
वहीं, सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी मदन शर्मा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से शनिवार को कहा कि "हमारे देश में, हर व्यक्ति को अपनी अभिव्यक्ति जाहिर करने की स्वतंत्रता है और व्हाट्सएप लोगों से जुड़े रहने और जानकारी साझा करने का एक माध्यम है। सरकार को संदेश के स्रोत की पहचान करने के लिए उपाय करना चाहिए, जहां से यह उत्पन्न होता है।"
Created On :   12 Sept 2020 1:23 PM GMT