कुन्नूर चौपर क्रैश मामले में रक्षा मंत्री को सौंपी जांच रिपोर्ट, हादसे की यह रहीं वजह
- दर्दनाक हादसा जिसमें CDS चीफ समेत 14 लोगों की हुई मौत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कुन्नूर में पिछले साल के आखिरी माह की आठ तारीख को एक बड़ा हादसा हुआ। तमिलनाडु के कुन्नूर में हुए इस हेलिकॉप्टर हादसे में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत कुल 14 लोगों की मौत हो गई थी। अलग अलग जांच टीमों की ओर से रक्षा मंत्रालय को सौंपी जांच रिपोर्ट में हादसे के कारणों का खुलासा हुआ। जांच एजेंसियों ने रक्षा मंत्री को इन रिपोर्ट से अवगत करा दिया है। हादसे की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का नेतृत्व एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने किया ।
भारतीय वायुसेना ने तीनों सेनाओं की जांच में निकले नतीजे को 45 मिनट के प्रजेंटेशन में बताया। आधिकारिक तौर पर जांच रिपोर्ट के बारे में जानकारी नहीं दी गई है लेकिन मीडिया खबरों के मुताबिक हादसे का मुख्य कारण खराब मौसम था। जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी या नुकसान की आशंका सिरे से खारिज कर दी गई है।
जांच टीम के मुताबिक उस दिन एमआई-17वी5 हेलिकॉप्टर के पायलट विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान थे, क्रेश से ठीक आठ मिनट पहले ही उन्होंने लैंड कराने की बात की थी, तभी अचानक मड़राता बादल चारों ओर छा गया जिससे दृश्यता कम हो गई थी। उस समय हेलिकॉप्टर जमीन से करीब पांच सौ मीटर की ऊंचाई पर तभी अचानक बड़ा हादसा हो गया। आखिरी कम्युनिकेशन क्रैश से 8 मिनट पहले रिकॉर्ड किया गया था। जांच रिपोर्ट के मुताबिक पायलट विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान हेलिकॉप्टर को रेलवे लाइन को फॉलो करते हुए उड़ा रहे थे, हेलिकॉप्टर को वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज में लैंड होना था, जहां जनरल रावत को वक्तव्य देना था।
शासकीय सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि भारतीय वायुसेना की तरफ से रक्षा मंत्री को 45 मिनट तक दर्दनाक हादसे की जांच रिपोर्ट को लेकर प्रजेंटेशन दिया गया। तीनों जांच रिपोर्ट में हादसे की वजह बताने के साथ ही भविष्य में वीआईपी के साथ उड़ने वाले विमान को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। जांच टीम ने सेना के वरिष्ठ अफसरों को ले जाने वाले हेलिकॉप्टर को लेकर एसओपी में बदलाव की बात की।
Created On :   5 Jan 2022 10:08 AM GMT