जन्मदिन विशेष: कांग्रेस की संजीवनी बूटी है प्रियंका गांधी, दादी की दिखती है छाप

जन्मदिन विशेष: कांग्रेस की संजीवनी बूटी है प्रियंका गांधी, दादी की दिखती है छाप
हाईलाइट
  • 13 साल की उम्र में हुई रॉबर्ट वाड्रा से मुलाकात
  • मनोविज्ञान में स्नातक हैं प्रियंका गांधी वाड्रा

डिजिटल डेस्क। कांग्रेस की राष्ट्रीय महसचिव व पूर्वी उत्तरप्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा का आज जन्मदिन है। प्रियंका का जन्म 12 जनवरी 1972 को देश के प्रमुख राजनीतिक परिवार गांधी परिवार में हुआ। प्रियंका गांधी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पोती है। उनकी लव स्टोरी भी काफी दिलचस्प रही है। प्रियंका के जन्मदिन पर आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें...

साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन
प्रियंका गांधी वाड्रा की प्रारम्भिक शिक्षा मॉडर्न स्कूल से हुई। साल 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद प्रियंका ने अपने बड़े भाई राहुल गांधी के साथ घर पर पढ़ाई की। प्रियंका ने जीजस एंड मैरी कॉलेज से साइकोलॉजी में ग्रेजुएशन किया। वहीं बौद्धिस्ट स्टडीज से मास्टर डिग्री पूरी की। प्रियंका रेडियो जॉकी का काम भी करती है। उनकी हिंदी साहित्य में गहरी रूचि है। 

13 साल की उम्र में हुई रॉबर्ट वाड्रा से मुलाकात
प्रियंका जब 13 साल की थीं तब एक दोस्त के घरपर उनकी मुलाकात रॉबर्ट वाड्रा से हुई थी। पहले वह दोस्त बने और धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई। आखिरकार दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया। शुरुआत में दोनों के परिवार वाले इस शादी के लिए तैयार नहीं थे। प्रियंका की जिद के कारण उन्हें राजी होना पड़ा। 18 फरवरी 1997 को प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा शादी के बंधन में बंध गए। इनके दो बच्चे रेहान (बेटा) और मिराया (बेटी) हैं। 

दादी की दिखती है छाप
प्रियंका के स्वभाव, उनके हेयर स्टाइल और लुक को देखते हुए उनमें अपनी दादी इंदिरा गांधी की छवि दिखती है। प्रियंका गांधी साल 2004 के लोकसभा चुनाव में अपनी मां के चुनाव अभियान की कैम्पेन मैनेजर थी। साल 2007 के उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रियंका के कंधों पर रायबरेली और अमेठी की दस सीटें थी। उनके नेतृत्व में पार्टी ने सात सीटों पर जीत हासिल की थी। 

भाई की ताकत है प्रियंका
प्रियंका अपने भाई राहुल गांधी के साथ हमेशा खड़ी रहती है। इंटरव्यू और जनसभाओं में वह हमेशा अपने भाई का समर्थन करती हैं। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका ने अमेठी में कई जनसभाओं को संबोधित किया था। जिसके बदौलत राहुल ने भाजपा नेता स्मृति ईरानी और आप नेता कुमार विश्वास को हराया था। 


 

Created On :   11 Jan 2020 3:02 PM IST

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