दिग्विजय का प्रचार करने नहीं आएंगे कन्हैया, कांग्रेस को थी नुकसान की आशंका
डिजिटल डेस्क, भोपाल। बेगूसराय से कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार कन्हैया कुमार, कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के प्रचार के लिए भोपाल आने वाले थे, लेकिन अब उनका आना लगभग कैंसिल हो गया है। दरअसल, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (सीपीआई) ने कन्हैया को केरल और पश्चिम बंगाल में प्रचार के लिए भेज दिया है जिससे उनकी भोपाल आने की संभावना समाप्त हो गई है। हालांकि कन्हैया कुमार को भोपाल आने से रोकने को कांग्रेस की रणनीति माना जा रहा है। जैसे ही कन्हैया कुमार के दिग्विजय सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार करने की खबर आई थी भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ने दिग्विजय सिंह को निशाने पर ले लिया था। वे अपने भाषणों में टुकड़े-टुकड़े गैंग और कांग्रेस कनेक्शन पर कटाक्ष कर रही थीं।
कन्हैया कुमार कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के लिए प्रचार करने 8 और 9 मई को भोपाल आने वाले थे। इस खबर के आने के बाद से ही जहां कांग्रेस नेता खुद इस फैसले पर एकमत नहीं थे, वहीं बीजेपी ने भी कांग्रेस को घेरना शुरू कर दिया था। भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कन्हैया के भोपाल आने की खबरों को लेकर कहा था, "हिंदुत्व और भगवा को आतंकवाद कहने वालों की इतनी बड़ी पराजय होगी कि उन्होंने कभी सोचा भी नहीं होगा। कांग्रेस में सिद्धातों और सस्कारों की कमी है, इसलिए टुकड़े-टुकड़े गैंग के मुखिया को प्रचार के लिए बुला रही है। देश के टुकड़े-टुकड़े करने वाली गैंग (नारों को लेकर) का सहारा दिग्विजय सिंह ले रहे हैं।"
उधर, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने भी कन्हैया के प्रचार को लेकर कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा था। शिवराज ने कहा था कि कांग्रेस आतंकियों और देशद्रोहियों को पनाह देती है। शिवराज सिंह ने कहा था, दिग्विजय सिंह को भोपाल में अपने चुनाव प्रचार के लिये जब कोई और नहीं मिला तो वह कन्हैया कुमार को बुला रहे हैं जिन पर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है। कांग्रेस आतंकवादियों की भाषा बोलती है और देशद्रोहियों का समर्थन करती है। कांग्रेस देशद्रोह निरोधक कानून खत्म करने की बात करती है।"
कौन है कन्हैया कुमार?
बता दें कि फरवरी 2016 में जेएनयू कैंपस में "राष्ट्र विरोधी" नारे लगाए गए थे। जेएनयू छात्र संघ (JNUSU) के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य और अन्य लोगों पर ये नारे लगाने का आरोप लगा था। इन सभी छात्रों के खिलाफ IPC की धारा 124A (राजद्रोह), 323 (किसी को चोट पहुंचाने के लिए सजा), 465 (जालसाजी के लिए सजा), 471 (फर्जी दस्तावेज या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड को वास्तविक के तौर पर इस्तेमाल करना), 143 (गैरकानूनी तरीके से एकत्र समूह का सदस्य होने के लिए सजा), 149 (गैरकानूनी तरीके से एकत्र समूह का सदस्य होना), 147 (दंगा फैलाने के लिए सजा) और 120B (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
JNU कैंपस में लगे थे ये नारे
"हम क्या चाहते? आजादी"
"हम लेके रहेंगे, आजादी"
"गो इंडिया, गो बैक"
"संग बाजी वाली आजादी (पत्थर फेंकने की आजादी)"
"भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशाअल्लाह"
"कश्मीर की आजादी तक जंग रहेगी"
"भारत की बर्बादी तक आजादी"
"भारत के मुल्क को एक झटका और दो"
"भारत को एक रगड़ा और दो"
"हम छिन के लेंगे आजादी, लड़के लेंगे आजादी"
"तुम कितने अफजल मारोगे, हर घर से अफजल निकलेगा"
"अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं"
"अफजल तेरे खून से इंकलाब आएगा"
"कितने मकबूल मारोगे, हर घर से मकबूल निकलेगा"
"इंडियन आर्मी को दो रगड़ा"
Created On :   1 May 2019 12:05 PM GMT