नेता, अभिनेत्री के बाद संतों के बिगड़े बोल जो साल भर टीवी स्क्रीन पर छाए रहे, जिन्होंने बंटोरी सुर्खिया

After the leader, actress, the bad words of the saints who dominated the TV screen throughout the year, who made the headlines
नेता, अभिनेत्री के बाद संतों के बिगड़े बोल जो साल भर टीवी स्क्रीन पर छाए रहे, जिन्होंने बंटोरी सुर्खिया
यादें 2021, लोकतंत्र की आजादी नेता, अभिनेत्री के बाद संतों के बिगड़े बोल जो साल भर टीवी स्क्रीन पर छाए रहे, जिन्होंने बंटोरी सुर्खिया
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डिजिटल डेस्क, भोपाल। सालभर राजनीति से लेकर बॉलीवुड तक बिगड़े बोलो का बोलबाला रहा। किसी टांग तोड़ने का बयान दिया तो किसी देश तोड़ने का आरोप,तो किसी ने देश के संविधान को गलत ठहराया, वहीं कई छुट भैया नेताओं ने पारिवारिक हमलों से लेकर पार्टिओं पर हमले किए। कोरोना महामारी के बीच पूरे साल भर में  विवादित बयानों का जमकर डंका बजा। चुनावी मंच से लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से गलत बयानों की खूब बारिश हुई। कई बयानों ने सुर्खिया बंटोरी तो कई पर माफी मांगी गई, और कई वापस भी लिए गए। कई बयानों ने मर्यादा तोड़ी। मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल हर राज्य से विवादित बयानों के तीर छोड़े गए।   तकरीबन हर राष्ट्रीय राजनैतिक दल के नेता से बिगड़े बोल के सुर निकले, नेताओं की नेतागिरी देखकर संत भी पीछे नहीं रहे। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक बयानों की इतनी लंबी फेहरिस्त जिसकी यात्रा करना और पढ़ना  मुश्किल है।  

साल 2021 राजनीतिक तौर पर काफी सरगर्मी वाला रहा। नेता रोजाना रैलियों, जनसभाओं और कैमरे के सामने बयान देते रहते हैं, लेकिन कई बार कुछ नेताओं की जुबान बेलगाम हो जाती है। इस साल भी कई नेताओं ने बोलते समय न मर्यादा का ख्याल रखा और न ही सोचा कि उनके इस बयान का क्या असर होगा। विवादित बयान देने में किसी भी दल के नेता पीछे नहीं रहे।

जैसा हर कोई जानता है कि बयान देने के मामले में नेता सबसे आगे रहता है। संविधान में चुने गए जन प्रतिनिधि को विशेषाधिकार के तौर पर कुछ विशेष अधिकार प्रदत्त है जिनका वो धड़ल्ले से इस्तेमाल करते है। नेता कहीं के भी हों, वो बयान देने में सबसे आगे रहते हैं।  उनके पास सहूलियत यह होती है कि वो बयान देकर पलट भी जाते हैं। जिसके चलते नेता  ऐसे बयान दे देते हैं, जो लोगों के लिए शर्मींदगी का कारण बन जाते हैं।  आइए जानते हैं साल के ऐसे ही सबसे विवादित बयानों के बारें में।

हरिद्वार की धर्म संसद से निकली हेट स्पीच

एक निजी न्यूज चैनल से बात करते हुए पूजा शकुन ने हिंदू धर्म की आड़ में "देश के संविधान को ही गलत बता दिया। भारतीयों को नाथूराम गोडसे की प्रार्थना करनी चाहिए। उन्होंने यहां तक बोल दिया कि मैं किसी पुलिस से नहीं डरती। सामने आए वीडियो में से एक में वक्‍ता स्‍वामी धरम दास महाराज, "नाथूराम गोडसे बनने" और संसद में मनमोहन सिंह (पूर्व पीएम) को गोली मारने के के बारे में कह रहे हैं। हिंदू रक्षा सेना के प्रबोधानंद गिरी, बीजेपी महिला विंग की लीडर उदिता त्‍यागी और बीजेपी लीडर अश्विनी उपाध्‍याय हैं, जो हेट स्‍पीच केस में बेल पर हैं। धर्म की संसद में मुस्लिमों के लिए कई बयान दिए गए। जिन्हें हिंसा और भड़काऊ होने की वजह से हम नहीं लिख रहे।

ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेताममता बनर्जी  ने कहा था बीएसएफ की गोली से गरीब जनता मरती" है, बीएसएफ को ज्यादा पावर देने से कानून एवं व्यवस्था में दिक्कत आती है। 

 केआर रमेश कुमार का महिलाओं पर शर्मनाक बयान

कर्नाटक कांग्रेस के विधायक और कर्नाटक विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने  रेप को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी। भरे सदन में उन्होंने कहा था, "जब बलात्कार होना ही है, तो लेटो और मजे लो।   महिला नेताओं ने इस बयान की  जमकर की निंदा की।  बयान देने के दौरान सदन में मौजूद कई नेता  ठहाके मारकर हंस रहे थे।   

जीतन राम मांझी

 बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी  ने ब्राह्मण के नगद दान देने के विरोध में दिया विरोधी बयान उन्होंने कहा कुछ खाएंगे नहीं, बस कुछ नगद दे दीजिए। मांझी ने  राम को बताया  काल्पनिक  आदमी, जिससे ब्राह्मण पुजवा रहा है।

दिग्विजय सिंह

मप्र के पूर्व सीएम व वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि 40 से 50 से साल की महिलाएं ही पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसक हैं और प्रभावित जबकि जींस पहनने वाली नहीं।मोबाइल का इस्तेमाल करने वाली, सोशल मीडिया पर सक्रिय युवतियां उनसे प्रभावित नहीं।  उन्होंने एक और विवादित बयान दिया जिसमें उन्होंने  कहा सावरकर ने अपनी किताब में लिखा है कि अपने मल में लोटने वाली गाय को माता कैसे मान सकते हैं? यह भी दावा किया था कि सावरकर ने गोमांस खाने को गलत नहीं बताया था। 

समुद्र में राम

राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद्र कटारिया ने भगवान राम को लेकर एक विवादित  बयान दिया। उन्होंने कहा भाजपा नहीं होती तो भगवान राम समुद्र में होते। नालियां-सड़क तो फिर कभी बन जाएगी, देश नहीं बचा तो भगवान आपको कोसेंगे। 

बुद्धि से ब्राह्मण और बनियों की तुलना

शांतिलाल धारीवाल ने ब्राह्मणों को लेकर एक विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों ने क्या बुद्धि का ठेका ले रखा है? कोटा के रिजल्ट में 70 फीसदी बनिए ही होते हैं। 

महाराणा प्रताप पर गुलाब चंद की गलत जानकारी

बीजेपी नेता गुलाब चंद कटारिया ने राजसमंद की जनसभा में संबोधन के दौरान कहा था कि हमारे पूर्वजों ने 1000 साल तक लड़ाई लड़ी, यह महाराणा प्रताप अभी-अभी गया है। उसे क्या पागल कुत्ते ने काट लिया था कि वह अपना घर बार और राजधानी छोड़ कर, अलग-अलग पहाड़ों में घूमता रहा ? किसके लिए  गया।  हालांकि बाद में बयान को लेकर कटारिया ने माफी मांग ली। 

सपा नेता को लड़कियों पर विवादित बोल

समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने  लड़कियों की शादी की उम्र सीमा बढ़ाने पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि इससे लड़किया और ज्यादा आवारगी करेंगी। वहीं, सपा के एक और सांसद एसटी हसन ने केंद्र के प्रस्ताव का विरोध करते हुए  कहा कि जब लड़कियां बच्चे पैदा करने लायक हो जाएं तो उनकी शादी कर देनी चाहिए। अपने तर्कों में उन्होंने यह भी कह डाला कि उम्र बढ़ने पर बच्चे पोर्न फिल्में देखने लगते हैं और उनमें अनुशासनहीनता बढ़ जाती है।

राशिद अल्वी ने जय श्रीराम बोलने वालों को कहा राक्षस

उत्तर-प्रदेश कांग्रेस नेता राशिद अल्वी  ने हिंदुओं को लेकर ऐसा विवादित बयान दिया जिससे सियासी माहौल गरम हो गया। राशिद अल्वी ने जय श्रीराम बोलने वालों को राक्षस कहा है। उन्होंने कहा है कि जय श्रीराम बोलने वाले मुनि नहीं है। वह रामायण के उस कालनेमि राक्षस के समान हैं, जिसने हनुमान का रास्ता रोकने के लिए राम नाम का जाप किया था। 

तेज प्रताप

बिहार में जेडीयू के नेता तेज प्रताप ने  विवादित बयान दिया कि नरेंद्र मोदी का खाल उधड़वा लेंगे। इस दौरान तेजप्रताप प्रधानमंत्री पद की गरिमा भूल गए थे।

अखिलेश यादव

यूपी  में सपा प्रमुख अखिलेश यादव  ने जिन्ना की तुलना सरदार पटेल से की। अखिलेश ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और उन्होंने आजादी दिलाई। अखिलेश ने आगे कहा था कि उन्हें आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा होगा तो पीछे नहीं हटे।

गुलाबराव पाटिल

महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता गुलाबराव पाटिल ने कहा था कि जो 30 सालों तक विधायक रहे, उन्हें मेरे विधानसभा क्षेत्र में आकर सड़कों को देखना चाहिए। अगर ये हेमा मालिनी के गाल जैसी नहीं हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।’

कैटरीना गाल जैसी सड़क,हेमा मालिनी हुई बूढ़ी

राजस्थान के राज्य मंत्री राजेंद्र गुढ़ा  मंत्री बनने के बाद पहली बार अपने क्षेत्र में पहुंचे तो मंत्री ने पीडब्लूडी अधिकारी से कहा  क्षेत्र की सड़कें हेमा मालिनी के गालों जैसी बना दो।इसके बाद जब मंत्री ने जनता से पूछा कि आजकल कौन सी अभिनेत्री ज्यादा फेमस  है। इस पर लोगों ने कैटरीना कैफ का नाम लिया तो गुढ़ा ने  चीफ अभियंता से कहा कि मेरे क्षेत्र में कैटरीना कैफ के गालों जैसी सड़कें बना दो, हेमा मालिनी तो बूढ़ी हो गई।

पीएम की सलाहकार एक्ट्रेस कंगना रनौत

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार बनाए जाने पर विधायक राजकुमार शर्मा को बीजेपी ने अवैधानिक बताया इसके पलटवार में शर्मा ने बीजेपी पर हमला बोला उन्होंने कहा  बीजेपी नेताओं को अपनी जानकारी अपडेट करनी चाहिए। प्रधानमंत्री  मोदी ने कंगना रनौत जैसी नाचने वाली सहित 15 सलाहकार रखे हुए हैं।  

राज्यपाल के लिए अपशब्द

राजस्थान युवक कांग्रेस के अध्यक्ष और डूंगरपुर से विधायक  गणेश घोघरा ने राज्यपाल के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया।  कथित तौर पर एक वीडियो में विधायक ने राज्यपाल को भारतीय जनता पार्टी के दलाल तक कहा।

एक जेब में बनिया, एक जेब में ब्राह्मण

मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव ने नवंबर में एक विवादित बयान दिया। राव ने कहा कि हमारी एक जेब में ब्राह्मण और दूसरी में बनिया हैं।  राव के इस बयान की काफी आलोचना हुई। 

 विकास और समानता के लिए ठाकुर महिलाओं को निकालो घर से बाहर

मध्य प्रदेश के खाद्य आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने अनूपपुर में हुई अपनी सभा में कहा था कि समाज में समानता और महिलाओं के विकास के लिए बड़े-बड़े ठाकुर महिलाओं को घर से खींचकर बाहर लाओ। उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई। बाद में मुख्यमंत्री शिवराज के दखल के बाद उन्होंने माफी मांगी। 

तारीफों में मोदी की दाढ़ी से झड़ते है घर

रीवा से बीजेपी सांसद जनार्दन मिश्र ने  कहा मोदी एक बार अपनी दाड़ी फटकारते हैं तो 50 लाख पीएम आवास झरते हैं। दूसरी बार फटकारते हैं तो एक करोड़ आवास टपकते हैं। मोदी जितनी बार अपनी दाढ़ी फटकारते है उतने ही घर टपकते है। प्रधानमंत्री की दाढ़ी अमर है।  इसीलिए प्रधानमंत्री की दाढ़ी देखते रहिए और घर पाते रहिए।

बीजेपी विधायक ने कांग्रेसियों को दी बदुआएं 

रीवा की सेमरिया सीट से बीजेपी  विधायक केपी त्रिपाठी के भाषण के दौरान कुछ लोगों ने सिलेंडर के भाव को लेकर हूटिंग कर दी। इस पर विधायक ने कहा जो कांग्रेस के लोग हैं, उनके पेट में दर्द होता है। उनका हार्ट, किडनी और लीवर सब फेल हो जाएगा। 

घुटना तोड़ने की कांग्रेसियों को धमकी

भोपाल के हुजूर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कांग्रेसियों को कहा यहां नेतागिरी नहीं करना। आए तो उनके घुटने तोड़ दो,  उन्होंने ये सब  दिग्विजय सिंह के  आने पर कही थी। जिस पर खूब राजनीति हुई।

सीएम के सीने पर संविधान फेंकने और जलाने की धमकी

श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने किसानों के मुआवजा सर्वे में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए संविधान को  मुख्यमंत्री के सीने पर फेंकने और जला देने की धमकी दी। 

बीजेपी सांसद  साध्वी प्रज्ञा का श्राप

भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने अपने विरोधियों को बुढ़ापा बिगड़ जाएगा और अगला जन्म भी खराब होने की धमकी दी। उन्होंने ये धमकी उनके गरबा और कबड्डी खेलने के वीडियो वायरल साझा करने पर दी।  

स्मृति ईरानी को बताया "डोकरी"

मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने  कहा राजू भाई स्मृति ईरानी बहुत याद आ रही है तुमको, डोकरी (बुढिया) हुई गयो पर। उन्होंने कहा  कांग्रेस के शासन नें बीजेपी वालों को महंगाई डायन दिखती थी। और अब जब महंगाई इससे कहीं ज्यादा बढ़ गई तो उन्हें महंगाई अप्सरा नजर आती है। अब वह हेमा मालिनी बन गई है।

भीख में मिली आजादी 
कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू में कहा था कि भारत को आजादी भीख में मिली है और असली आजादी साल 2014 में मिली।  कंगना के इस बयान चौरफा किरकिरी हुई सोशल मीडिया पर लोगों ने उन पर देशद्रोही होने का आरोप लगाया। आपको बता दें इससे पहले भी कंगना ने किसान आंदोलन में बैठे किसानों को  आतंकवादी कहा था।

मुनमुन दत्ता का जातिसूचक बयान
तारक मेहता का उल्टा चश्मा की कलाकार मुनमुन दत्ता ने जातिसूचक बयानबाजी की,  इसके बाद उनकी काफी आलोचना हुई और  गिरफ्तारी की उठती मांगों के बाद उन्होंने माफी मांगी। 

ओवैसी की अभद्र टिप्पणीएआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने  कहा था 100 साल पुरानी मस्जिद को और रातों रात उस मलबे को उठाकर फेंक दिया गया। और तोड़ने की वजह के पीछे  एसडीएम साहब का घर बाजू में होना बताया गया और उन्हें अजान से तकलीफ होती थी। तो उन्होंने कहा मस्जिद को तोड़ दो। तुम्हारे बाप की जागीर है ये" इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री और यूपी के मुख्यमंत्री पर भी अभद्र टिप्पणी  की। 
 
 

Created On :   28 Dec 2021 9:58 AM GMT

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