बिपरजॉय तूफान के बाद एक बार फिर पटरी पर लौट रही है जिंदगी, कच्छ में खुल रही है दुकानें, अमित शाह ने भुज पहुंचकर स्थानीय लोगों से की बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिजरजॉय तूफान आने के बाद गुजरात में अब स्थिति ठीक होती हुई नजर आ रही है। इस तूफान के चलते करीब एक लाख लोगों को अपना आशियाना छोड़ना पड़ा। तेज हवाओं के चलते सैकड़ों पेड़ जमीन पर गिर गए। सड़क जाम हुई। चारों ओर तबाही ही तबाही का मंजर बना। तूफान की वजह से बारिश इतनी तेज हुई है कि कई इलाकों में पानी ने घरों में अपना बसेरा बना लिया। अब यह स्थिति धीरे-धीरे ठीक होती हुई नजर आ रही है। ऐसे में अब गुजरात से एक अच्छी खबर सामने आई है। समुद्र के नजदीक बसे कच्छ में शनिवार को दुकाने खुलने लगी है।
शनिवार सुबह जब कच्छ की दुकानें खुलने लगी, तब ऐसा लगा कि लोगों की जिंदगी एक बार पटरी पर लौटने लगी है। कई शहरों, कस्बों और गांवों में बिजली को एक बार फिर बहाल कर दिया गया है। जिन गांवों में बिजली नहीं आई है, उसे भी ठीक करने का प्रयास किया जा रहा है। सड़कों पर गिरे लगभग सभी पेड़ों को हटा दिया गया है। वन विभाग की टीम सड़कों पर गिरे 581 पेड़ों को हटा चुकी है। जानकारी के अनुसार, तरकरीबन 1000 से ज्यादा पेड़ तूफान के चलते जमीन पर गिर गए हैं।
अमित शाह ने स्थिति का लिया जायजा
आईएमडी के मुताबिक, गुरुवार शाम को बिपरजॉय तूफान जखाऊ बंदरगाह तट से टकराया था। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि आने वाले दो-तीन दिन गुजरात और राजस्थान के कई क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी ने कहा है कि चक्रवात तूफान की वजह से गुजरात के उत्तरी जिलों में भारी बारिश होने के आसार है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को बिपरजॉय तूफान का जायजा लेने के लिए भुज पहुंचे। वहां पर उन्होंने समीक्षा बैठक करते हुए स्थिति का जायजा लिया। फिलहाल चक्रवात गुजरने के बाद कच्छ में बारिश नहीं हो रही है। हवा भी मध्यम गति से चल रही है।
राहत - बचाव का कार्य जारी
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासनिक टीम की मदद से सड़कों पर गिरे ज्यादातर पेंड़ हटा दिए गए हैं। भुज और मांडवी के शहरों और गांवों में एक बार फिर से बिजली बहाल करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। राज्य सरकार ने अपने विज्ञपान में कहा कि कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, रोजकोट, जूनागढ़, गिर सोमनाथ और पोरबंदर जैसे जिलों में बिजली बहाल करने के लिए 1,127 टीम को लगा दिया गया है।
बिपरजॉय तूफान आने से पहले राज्य सरकार ने संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले 1 लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था। सरकार की विज्ञप्ति के मुताबिक, 1,09,000 लोगों को तटीय क्षेत्रों से बाहर निकालकर शेल्टर होम पहुंचाया गया, जिनमें 10,918 बच्चे, 1,152 गर्भवती महिलाएं और 5,070 वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं।
Created On :   17 Jun 2023 7:02 PM IST