Chandrayaan-3 Landing: चंद्रमा की दक्षिणी ध्रुव पर हुई चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग, ऐसा कारनाम करने वाला भारत बना दुनिया का पहला देश

  • भारत का तिरंगा अब चांद पर
  • चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग हुई

डिजिटल डेस्क, बेंगलूरु। भारत ने इतिहास रच दिया है। चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग चांद पर हो चुकी है। इसी के साथ भारत दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है जिसने चंद्रमा की दक्षिणी ध्रुव पर सफल तरीके से अपना लैंडर उतारा है। अब कहना गलत नहीं होगा कि हिंदुस्तान चांद को अपनी मुट्ठी में कैद करने को तैयार है। इस ऐतिहासिक पल पर पीएम मोदी ने कहा कि, ये क्षण अविस्मरणीय और अभूतपूर्व है। इस उपलब्धि ने देशवासियों को एक नया उर्जा प्रदान किया है। सभी देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग को लेकर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि, हमने एक नया इतिहास रच दिया है। भारत दुनिया का पहला ऐसा देश है जिसने मून की साउथ पोल पर अपना लैंडर सफल तरीके से उतारा है।

पीएम मोदी इसरो प्रमुख से फोन पर की बात

चंद्रयान-3 की सफलता के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो प्रमुख एस सोमनाथ से फोन पर बता की और उन्हें इस सफलता के लिए बधाई भी दी। पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर दक्षिण अफ्रीका गए हुए हैं, जहां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन हो रहा है।

जश्न से झूम उठा पूरा देश

चंद्रयान-3 मिशन के चंद्रमा की सतह पर उतरते ही बेंगलुरु में इसरो मिशन कंट्रोल सेंटर 'वंदे मातरम' के नारों और जश्न से झूम उठा।

आसमान कोई सीमा नहीं- केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसरो को उसके तीसरे चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा,"हमारे पास लागत प्रभावी तरीकों से सफलता हासिल करने की क्षमता है। जहाँ दुनिया चांद के बारे में कल्पना करती है, हमने वास्तव में चांद को महसूस किया है। दुनिया चांद के सपने देखती है, और हमने सपने को हकीकत में बदलते देखा है। आसमान कोई सीमा नहीं है।"

दक्षिणी ध्रुव पर पहले 'भारत'

चंद्रयान-3 मिशन के परियोजना निदेशक पी. वीरमुथुवेल ने चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के बाद कहा कि, हम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास जाने वाले पहले देश बन गए हैं।

अब चंदा मामा दूर नही- पीएम मोदी

चंद्रयान की सफल लैंडिंग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कभी कहा जाता था चंदा मामा बहुत दूर के हैं, अब एक दिन वो भी आएगा जब बच्चे कहा करेंगे चंदा मामा बस एक टूर के हैं।

भारत ने रचा इतिहास

चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की सफल लैंडिंग हो चुकी है। इस खास मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि, भारत के लिए ये पल अविस्मरणीय और अभूतपूर्व है।

दक्षिणी अफ्रीका से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए जुड़े हुए हैं ताकि वैज्ञानिकों का उत्साह बढ़ाया जा सके।

लैंडर विक्रम का पावर डिसेंट चरण शुरू

चंद्रमा पर विक्रम लैंडर की लैंडिंग प्रक्रिया अच्छे से शुरू हो हो चुकी है। इसरो ने कहा कि लैंडर विक्रम का पावर डिसेंट चरण शुरू कर दिया गया है। लैंडर अपनी स्पीड अनुमानित तरीके से कम कर रहा है। अभी ग्राउंड से कोई कमांडिंग नहीं की जा रही है।

विक्रम का पावर डिसेंट चरण शुरू

ISRO ने अधिकारिक तौर पर कहा, चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम का पावर डिसेंट चरण शुरू कर दिया गया है।

शुरू हुई लैंडिंग की प्रक्रिया

लैंडर मॉड्यूल (एलएम) की लैंडिंग प्रक्रिया शुरू हो की गई। विक्रम लैंडर की 6 बजकर 4 मिनट पर चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग होने वाली है।

मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स में एस सोमनाथ

इसरो प्रमुख एस सोमनाथ चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग देखने के लिए बेंगलुरु के मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स में मौजूद हैं।

आंधे घंटे बाद चांद पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग

करीब आंधे घंटे बाद चांद पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग होने वाली है। इस लैंडिंग पर पुरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई है। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा, चंद्रयान-3 पर अपनी पैनी नजर बनाई हुई है।

लाइव स्ट्रीमिंग शुरू

इसरो के साइट पर लाइव स्ट्रीमिंग शुरू हो गई है। अगर आप भी चांद को करीब से देखना चाहते हैं तो इसरो के साइट पर जाकर इस पल का साक्षी बन सकते हैं।

एक घंटे से भी कम का है समय

चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने का वक्त, अब एक घंटे से कम का भी समय बचा है। थोड़ी ही देर में इसरो लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू करेगा।

चांद पर सूरज उगते ही लैंडिग की कोशिश

इसरो चांद पर विक्रम लैंडर की लैंडिग तब करेगा जब 23 अगस्त की शाम को चांद पर सूरज उगेगा। सूरज उगते हुए इसरो का चंद्रयान-3 को चांद की साउथ पोल पर लैंडिंग कराने की कोशिश करेगा। मिशन कामयाब रहा, तो भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा।

यान में सबकुछ नॉर्मल

इसरो ने चंद्रयान-3 को लेकर बयान जारी किया है। इसरो ने कहा कि यान के सभी सिस्टम नॉर्मल हैं। बेंगलुरु ऑफिस में मिशन ऑपरेशन टीम की तैयारी पूरी है। शाम 5:44 बजे जैसे ही लैंडर सही पोजिशन पर आएगा, टीम ऑटोमैटिक लैंडिंग सीक्वेंस (ALS) लॉन्च कर देगी। लैंडर के चांद पर उतरने के कुछ देर बाद ही रैंप खुलेगा और 'प्रज्ञान' रोवर इससे चांद की सतह पर आएगा।

वैज्ञानिकों के मुताबिक, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान एक-दूसरे की फोटो खींचेंगे और पृथ्वी पर भेजेंगे। अगर हिंदुस्तान इस मिशन को सफलता हासिल कर लेता है तो दुनिया के हम पहले ऐसे देश होंगे जिसने चांद के साउथ पोल पर अपना लैंडर पहली बार उतारा होगा।

खेर ने गया गाना

बॉलीवुड के जाने माने सिंगर कैलाश खेर ने चंद्रयान-3 को लेकर गाना गया और कहा कि ये गाना देशवासियों को समर्पित करता हूं।

'आप' ने वैज्ञानिकों का किया धन्यवाद

आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज ने चंद्रयान-3 को लेकर कहा कि, यह क्षण भारत के लिए काफी अहम है क्योंकि भारत अब उन देशों में शामिल होने जा रहा है जो चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग करा चुके हैं। इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए सौरभ ने आगे कहा कि, हमारे वैज्ञानिक देश को गौरव करने का क्षण दे रहे हैं इसलिए उन्हें बहुत-बहुत बधाई देना चाहता हूं।

भोपाल में उत्साह का माहौल

चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के इंतजार में मध्य प्रदेश के भोपाल में उत्साह का माहौल है।

मिशन चंद्रयान -3 के लिए लगे 'जयकार'

करीब डेढ़ घंटे के बाद चंद्रयान-3, चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कर सकता है। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान-3 अपने तय समय पर ही लैंड करेगा। अगर किसी प्रकार की तकनीकी खामी आती है तो ये लैंडिंग चार दिनों यानी 27 अगस्त तक रोक दी जा सकती है। लेकिन इसरो ने साफ कह दिया है किअगर किसी तरह की कोई समस्या नहीं आती है तो लैंडिंग अपने तय समय पर ही होगी।

जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले के आर्मी गुडविल स्कूल हांजिक की खगोल विज्ञान प्रयोगशाला में छात्रों ने चंद्रयान -3 मिशन के लिए जयकार किया।

चंद्रमा की सतह को छूने से थोड़ी ही दूर

चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर CSIR के वरिष्ठ वैज्ञानिक सत्यनारायण ने कहा, "हम चंद्रमा की सतह को छूने वाले चार (देशों) के विशिष्ट समूह में शामिल होने जा रहे हैं। असफलताएं सबक देती हैं। हमने बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने (इसरो) चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग कराने के लिए पर्याप्त सावधानी बरती है।"

दक्षिण अफ्रीका ने दी बधाई

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने चंद्रयान-3 को लेकर भारत को बधाई दी। उन्होंने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में कहा, मैं भारत को बधाई देना चाहता हूं, खासकर जब आप अंतरिक्ष में सहयोग की आवश्यकता के बारे में बोलते हैं, तो कुछ ही घंटों में भारत का अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 चंद्रमा पर उतरेगा। हम आपको बधाई देते हैं। ब्रिक्स परिवार के रूप में यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है और हम आपके साथ खुश हैं। हम इस महान उपलब्धि की खुशी में आपके साथ हैं।

दो घंटे बाद लैंडिंग

चंद्रयान-3 की लैंडिंग में महज दो ही घंटे का समय बचा है। अगर लैंडिंग सफलतापूर्वक हो जाती है तो भारत चांद पर यान को सॉफ्ट लैंडिंग कराने वाला चौथा देश बन जाएगा।

सफल लैंडिंग के लिए नमाज अदा

जम्मू-कश्मीर में चंद्रयान-3 की सफल चंद्र लैंडिंग के लिए लोगों ने श्रीनगर के हजरतबल दरगाह में नमाज अदा की।

चंद्रयान-3 के लिए गुरुद्वारा बंगला साहिब में अरदास

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी दिल्ली के गुरुद्वारा बंगला साहिब में विशेष अरदास में शामिल हुए।

गहलोत ने क्या कहा?

चंद्रयान-3 को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि, हमने बच्चों को सीएम हाउस में आमंत्रित किया है जहां हम इसे (लाइव स्ट्रीमिंग) देखेंगे। मैं अपने वैज्ञानिकों और इस मिशन से जुड़े सभी लोगों को बधाई देना चाहता हूं। यह एक ऐतिहासिक मिशन है

इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व- दिग्विजय सिंह

कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने चंद्रयान-3 को लेकर कहा, हमें गर्व है कि इसरो के वैज्ञानिक चंद्रमा पर चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए प्रयास कर रहे हैं। हम ईश्वर से उनकी सफलता के लिए प्रार्थना करते हैं लेकिन अखबारों में खबरें हैं कि ऐसा करने वाले वैज्ञानिकों को 17 महीने से वेतन नहीं मिला है। प्रधानमंत्री को इस पर भी ध्यान देना चाहिए।

पीएम के नेतृत्व में भारत की बढ़ी ताकत- सिंधिया

चंद्रयान-3 को लेकर केंद्रीय मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने कहा कि, 'आज इतिहास रचा जाएगा जब पीएम मोदी के नेतृत्व में चांद पर भारत का झंडा लहराएगा। पूरा देश इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। वैज्ञानिकों और सरकार की पिछले 9 साल की मेहनत आज पूरी होगी। हम सफलता की ओर बढ़ रहे हैं। इससे भारत नई ऊंचाइयों को छू रहा है।'

'आज का दिन भारत के लिए बहुत बड़ा'

चंद्रयान-3 मिशन को लेकर अंतरिक्ष रणनीतिकार पी.के. घोष ने कहा, "मुझे लगता है कि यह भारत के लिए बहुत बड़ा दिन है। कारण यह है कि चंद्रयान-2 लैंडिंग नहीं कर सका था और अब हम पूरी दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि हमारे पास न केवल तकनीकी क्षमता है बल्कि हमारे पास दक्षिणी ध्रुव पर जाकर सॉफ्ट लैंडिंग करने की भी क्षमता है। दक्षिणी ध्रुव एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ अब तक कोई लैंडिंग नहीं हुई है। पहले की सभी लैंडिंग भूमध्य रेखा के अंदर और उसके आसपास हुई हैं। दक्षिणी ध्रुव पर उतरना कठिन है और इसलिए इतने कम बजट में ऐसा करना भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह एक बड़ा दिन है।"

रेत से बनी चंद्रयान-3 की मुर्ति

अंतर्राष्ट्रीय रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए अमेरिका के डेनवर, कोलोराडो में एक लघु रेत की मूर्ति बनाई।

'दुनिया भारत की ताकत देखेंगी'- पूर्व इसरो वैज्ञानिक

पद्म श्री पुरस्कार विजेता और पूर्व इसरो वैज्ञानिक मायलस्वामी अन्नादुरई ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग को लेकर कहा, "अब तक सब बहुत अच्छा है और हमें उम्मीद है कि योजना 'A' के अनुसार आज हम उतरने में सक्षम होंगे। किसी भी अन्य की तरह, मैं भी काफी हद तक इंतजार कर रहा हूं। चंद्रयान-1 द्वारा पानी की खोज के बाद दुनिया चंद्रमा को अलग ढंग से देखने की कोशिश कर रही थी।"

पूजा-पाठ का दौर शुरू

चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिग के लिए देश भर के अलग-अलग जगहों पर पूजा-पाठ शुरू हो गई है ताकि भारत का मिशन सक्सेसफुल हो सके। इस मिशन की सफलता के लिए कोलकाता में पाटुली उपनगरी बिजनेस एसोसिएशन द्वारा हवन का आयोजन किया गया। जिसमें भगवान से प्रार्थना की गई कि भारत के मिशन मून में किसी तरह की कोई खामी न आए। साथ ही सामान्य तौर पर चंद्रयान-3 का लैंडर चांद की सतह पर सुरक्षित लैंड कर जाए।

भारत पर नासा की नजर

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की हर गतिविधि पर अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा अपनी पैनी नजर बनाई हुई है क्योंकि हाल ही में रूस का लूना-25 जो चांद की दक्षिणी सतह पर उतरने वाला था, वो पिछले दिनों ही चांद से टक्करा कर क्षतिग्रस्त हो गया था। इसी को देखते हुए अमेरिकी स्पेस एजेंसी अपनी नजर बनाई हुई है कि भारत इतने संवेदनशील एवं जटिल प्रक्रियाओं को कैसे हैंडल करता है। नासा भी चांद को लेकर रिसर्च कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नासा साल 2024 में चांद पर अंतरिक्ष यात्री को भेजने वाला है।

Created On :   23 Aug 2023 5:52 AM GMT

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