बिपरजॉय ने गुजरात में दी दस्तक, 3 से 4 घंटे तक चल सकती है लैंडफॉल की प्रक्रिया, 150-200 बिजली के खंभे और 180-200 पेड़ गिरे

बिपरजॉय ने गुजरात में दी दस्तक, 3 से 4 घंटे तक चल सकती है लैंडफॉल की प्रक्रिया, 150-200 बिजली के खंभे और 180-200 पेड़ गिरे
गुजरात के तटीय इलाकों में पेड़ और होर्डिंग गिरे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। खतरनाक चक्रवाती तूफान बिपरजॉय गुजरात पहुंच चुका है। जानकारी के मुताबिक, सौराष्ट्र तट पर इसका लैंडफॉल शुरू भी हो चुका है। आईएमडी भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि फिलहाल यह 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है। सौराष्ट्र, कच्छ में भारी बारिश हो रही है, आगे और तेज बारिश की संभावना है। उन्होंने बताया कि लैंडफॉल की प्रक्रिया मध्य रात्रि तक जारी रहेगी। तूफान से होने वाले नुकसान की संभावना के मद्देनजर एक लाख लोगों को तट के किनारे से निकालकर सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा चुका है और मछुआरों को समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है।

चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के खतरे को लेकर केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक सब अलर्ट हैं। गुजरात में एनडीआरएफ की 17 टीमें और एसडीआरएफ की 12 टीमें तैनात की गई हैं। वहीं, नौसेना के 4 जहाज स्टैंडबाय में रखे गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, गुजरात और महाराष्ट्र समेत 9 राज्यों पर खतरनाक तूफान का असर हो सकता है।

बिपरजॉय तूफान पर ताजा अपडेट

रात के करीब 12 बजने को है। लेकिन अभी तक गुजरात के किसी भी क्षेत्र से बुरी खबर सामने नहीं आई है। स्थिति नियंत्रण में बनी हुई है। हताहत होने की भी खबरें सामने नहीं आई है। हालांकि, माना जा रहा था कि बिपरजॉय तूफान से बड़ा खतरा हो सकता है। लेकिन अभी तक किसी भी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले समय में तूफान की रफ्तार 140 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। अगले तीन-चार घंटे तूफान के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होने वाला है। वहीं लैंडफॉल की प्रक्रिया तीन से चार घंटे में पूरी होने की संभावना है। आईएमडी के मुताबिक, कल राजस्थान में भारी बारिश हो सकती है। अभी भी राजस्थान के कई क्षेत्रों में रूक-रूक कर बारिश हो रही है।

150-200 बिजली के खंभे गिरे-भुज डीएम

भुज के डीएम अमित अरोड़ा ने बिपरजॉय तूफान से हुए नुकसान के बारे में ताजा जानकारी दी है। उन्होंने कहा, "अब तक लगभग 150-200 बिजली के खंभे गिरे हैं, 6 बिजली उपकेंद्र बंद हैं। 15 वाटरवर्क्स सेंटर पर समस्याएं हैं लेकिन वे जनरेटर सेट द्वारा समर्थित हैं। स्थिति नियंत्रण में हैं, लगभग 180-200 पेड़ गिरे हैं, सभी को हटा दिया गया है। हम स्थिति पर निगरानी रख रहे हैं, हमारी कोशिश है कि कम से कम नुकसान हो।"

तीन से चार घंटे में पूरी होगी लैंडफॉल की प्रक्रिया

आईएमडी के मुताबिक आने वाले समय में तूफान की रफ्तार 140 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। वहीं लैंडफॉल की प्रक्रिया तीन से चार घंटे में पूरी होने की संभावना है।

कच्छ क्षेत्र होगा सबसे ज्यादा प्रभावित

एनडीआरएफ के आईजी नरेंद्र सिंह बुंदेला ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय से गुजरात का कच्छ क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित रहेगा। इसके अलावा राजस्थान का दक्षिणी क्षेत्र में भी इस खतरनाक तूफान का प्रभाव रहेगा।

श्रद्धालुओं के लिए द्वारकाधीश मंदिर बंद

गुजरात द्वारकाधीश मंदिर को बिपरजॉय से होने वाले खतरे की आशंका के मद्देनजर दर्शनार्थियों के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं अब तक इस तूफान की वजह से यहां कई पेड़ उखड़े, कई होर्डिंग्स गिर गए।

बंद रहेंगे स्कूल

चक्रवात तूफान के मद्देनजर नवसारी जिला प्रशासन ने कल यानी 16 जून को सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है। नवसारी जिला कलेक्टर ने अधिसूचना जारी कर इसकी जानकारी दी।

कच्छ के कई इलाकों में गिरे पेड़, बिजली कटी

गुजराट के कच्छ में बिपरजॉय के लैंडफाल की शुरुआत हो चुकी है। यहां 115 से 125 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही है। तेज हवाओं के कारण यहां कई पेड़ कट गए हैं। वहीं ऐतिहात के तौर पर कई इलाकों की बिजली भी काट दी गई है।

बड़ोदरा में तेज बारिश

बिपरजॉय तूफान से गुजरात के बड़ोदरा शहर में तेज बारिश हो रही है।

राजस्थान में भी अलर्ट

मौसम विभाग के मुताबिक बिपरजॉय का असर राजस्थान में भी हो सकता है। जिसको देखते हुए राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संबंधित अधिकारियों के साथ मीटिंग की है। उन्होंने कहा, 'चक्रवात बिपरजॉय को लेकर मैंने अधिकारियों के साथ बैठक की है। सारी टीमें अलर्ट पर हैं। आपदा प्रबंधन के संबंधित अधिकारी मौके पर तैनात हैं। राज्य सरकार की ओर से चेतावनी और दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। हम चक्रवात पर निगरानी रख रहे हैं।'

94 हजार लोगों का रेस्क्यू हुआ

चक्रवात से होने वाले खतरों को देखते हुए गुजरात के आठ तटीय जिलों के 94 हजार लोगों को अस्थायी शिविर में ले जाया गया है। इनमें कच्छ जिले से लगभग 34 हजार, जामनगर में 10 हजार, मोरबी में 9,243, राजकोट में 6,089, देवभूमि द्वारका में 5,035, जूनागढ़ में 4,604, पोरबंदर में 3,469 और गिर सोमनाथ जिले में 1,605 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।

अमरोली में तेज बारिश

बिपरजॉय के प्रभाव से अमरेली में तेज बारिश होनी शुरु हो गई है।

मुंबई में दिखा असर

चक्रवात बिपरजॉय का असर मुंबई समेत महाराष्ट्र के अन्य तटीय इलाकों में देखने को मिल रहा है। यहां समुद्र की ऊंची लहरें और तेज़ हवाएँ तटीय इलाकों को प्रभावित कर रही हैं।

गुजरात सीएम भूपेंद्र पटेल ने की समीक्षा बैठक

गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने चक्रवात को लेकर राजधानी गांधीनगर के राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र में संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की।

दिखने लगा प्रभाव

बिपरजॉय के असर से गुजरात के कई इलाकों में तेज बारिश और आंधी चलना शुरु हो गई है। यहां के द्वारका और जामनगर में तेज आंधी और बारिश की वजह से पेड़, बिजली के खंबे और होर्डिंग उखड़ गए। वहीं मोरबी में भी तेज बारिश होनी शुरु हो गई है।

Created On :   15 Jun 2023 7:05 PM IST

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