उपाय : शनिवार को करें कर्मफलदाता की पूजा, मिलेगी सभी परेशानियों से मुक्ति
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कई बार लोगों को अपने जीवन में अधिक परेशानियां नजर आने लगती हैं। इन परेशानियों से मुक्ति के लिए वह तई उपाय भी करता है। वह लगातार मेहनत करता है, ताकि उसके घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहे। लेकिन कभी आपका भाग्य साथ देता है और कभी नहीं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कई बार शनि भारी होने पर इस तरह की परेशानियां हमेशा बनी रहती है।
यदि आपके आपके साथ भी कुछ ऐसा ही होता है, तो आपको शनि को शांत करने के लिए कुछ उपाय करने के साथ विशेष पूजन विधि से शनिदेव को प्रसन्न करने का प्रयास करना चाहिए। शनिदेव को कर्मफलदाता कहा जाता है और इनकी पूजा से सभी कष्टों से मुक्ति मिलने के साथ ही सुख की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं
पूजा विधि के बारे में...
इन 10 उपायों से कम होगा शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव
शनिवार की पूजन विधि
- इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्य क्रिया से मुक्त होकर स्नान करना चाहिए।
- साफ कपड़े पहनकर पीपल के वृक्ष पर जल अर्पण करें।
- लोहे से बनी शनि देवता की मूर्ति को पंचामृत से स्नान कराएं।
- फिर मूर्ति को चावलों से बनाए चौबीस दल के कमल पर स्थापित करें।
- इसके बाद काले तिल, फूल, धूप, काला वस्त्र व तेल आदि से पूजा करें।
फाल्गुन मास: इस माह में आने वाले हैं ये प्रमुख व्रत और त्यौहार
- पूजन के दौरान शनि के दस नामों का उच्चारण करें- कोणस्थ, कृष्ण, पिप्पला, सौरि, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर।
- पूजन के बाद पीपल के वृक्ष के तने पर सूत के धागे से सात परिक्रमा करें।
- इसके बाद शनिदेव का मंत्र पढ़ते हुए प्रार्थना करें-
शनैश्चर नमस्तुभ्यं नमस्ते त्वथ राहवे। केतवेअथ नमस्तुभ्यं सर्वशांतिप्रदो भव॥
Created On :   22 Feb 2020 8:41 AM IST