आराधना: महादेव की पूजा के लिए सोमवार क्यों है विशेष दिन? जानें कारण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देवों के देव महादेव कहे जाने वाले भगवान शंकर की पूजा और आराधना के लिए वैसे तो कोई विशेष दिन नहीं है। लेकिन शिव भक्तों के लिए सोमवार के दिन का खास महत्व होता है। इस दिन वे भगवान शिव के मंदिर जाते हैं, बेलपत्र और दूध चढ़ाते हैं और व्रत भी रखते हैं। माना जाता है कि सोमवार के दिन यदि सच्चे मन से भगवान शिव का पूजन किया जाए, तो भक्त की हर मनोकामना पूरी होती है।
सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने की परंपरा काफी समय पुरानी है। पुरातन काल से ही लोग इस दिन शिव की पूजा करते आए हैं। लेकिन यहां सवाल ये भी भगवान शिव की पूजा के लिए सोमवार का दिन ही क्यों चुना गया। क्यों इस दिन शिव आराधना का महत्व माना गया। पुराणों के अनुसार इसके पीछे क्या कहानी है और सोमवार व भगवान शिव का क्या संबंध है। आइए जानते हैं...
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इसलिए सोमवार को होती है शिव की पूजा
ज्योतिष के अनुसार जो व्रत सोमवार को रखा जाता है, उसे सोमश्वर कहा जाता है। सोमेश्वर को दो तरह से समझ सकते हैं। पहला अर्थ है चंद्रमा और दूसरा होता है वह देव, जिसे सोमदेव भी अपना देव मानते हैं यानी शिव।
पुराणों के अनुसार चंद्र देव इसी दिन भगवान शिव की पूजा करते थे, जिससे उन्हें निरोगी काया मिली। इस दिन भगवान शिव की आराधना का अर्थ है चंद्रदेव को भी प्रसन्न करना। यही कारण है कि सोमवार का दिन भगवान शिव की पूजा अर्चना के लिए विशेष माना जाता है। इस दिन भगवान शिव की आराधना का अर्थ है चंद्रदेव को भी प्रसन्न करना। सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
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वहीं एक दूसरा कारण यह कि सोम का एक अर्थ सौम्य भी होता है। भगवान शिव को शांत देवता कहा जाता है। सहज और सरल होने के कारण शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है। इसलिए भी सोमवार का दिन शिव का दिन माना जाता है, वहीं सोम में ॐ है और भोलेनाथ को ॐ स्वरूप माना जाता है। इसलिए इन दिन इनकी पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। ज्योतिष के अनुसार यदि हर सोमवार शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित किया जाए तो व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
Created On :   10 Feb 2020 7:49 AM IST