धर्म: मां के जयकारों के साथ वैष्णो देवी यात्रा फिर शुरू, कोरोना को लेकर की गई हैं ये व्यवस्थाएं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते 5 महीने से कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण बंद चल रही वैष्णो देवी (Vaishno Devi) यात्रा को फिर से शुरू कर दिया गया है। आज रविवार से माता के जयकारों के साथ यह यात्रा प्रारंभ हो गई है। हालांकि कोविड-19 (COVID-19) महामारी के चलते यह यात्रा पहले की अपेक्षा अलग है। इसके लिए खास प्रबंध किए गए हैं।
इस यात्रा में 10 साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों और 60 साल से अधिक आयु के लोग फिलहाल शामिल नहीं हो सकेंगे। रविवार को वैष्णो देवी की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बहुत कम रही। लेकिन उनको भी नियमों का पालन करके ही आगे जाना पड़ रहा है। आइए जानते हैं कोरोना काल में होने वाली इस यात्रा के बारे में...
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संक्रमण से बचाव के लिए योजना
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के अनुसार, पहले हफ्ते में प्रतिदिन सिर्फ 2000 भक्तों को ही यात्रा करने की अनुमति मिलेगी। इनमें 1,900 जम्मू-कश्मीर और बाकी 100 यात्री बाहर के होंगे। संक्रमण से बचाव के लिए यात्रा में शामिल होने जा रहे श्रद्धालुओं को कोरोना निगेटिव रिपोर्ट भी लानी होगी। उनके टेस्ट की रिपोर्ट को देखने के बाद ही आगे जाने की इजाजत दी जाएगी।
यदि आप इस यात्रा में शामिल होने का विचार कर रहे हैं तो यहां बता दें कि आपको अपने फोन पर आरोग्य सेतु ऐप भी डाउनलोड करनी होगी। यात्रा के दौरान चेहरे पर मास्क लगाना होगा इसके अलावा जगह-जगह थर्मल स्क्रीनिंग भी की जाएगी।
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नहीं मिलेगी ये सुविधा
वैष्णो देवी यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को अब पिट्ठुओं, पालकियों और खच्चरों की सुविधा नहीं मिलेगी। हालांकि इसकी जगह आपको इलेक्ट्रिक वाहन, रोपवे और हेलीकॉप्टर जैसी सुविधाएं मिलेंगी। यही नहीं कटरा से भवन जाने के लिए बाणगंगा, अर्धकुंवारी और सांझीछत के पारंपरिक मार्गों का उपयोग किया जाएगा। जबकि भवन से आने के लिए हिमकोटि मार्ग-ताराकोट मार्ग का उपयोग किया जाएगा।
Created On :   16 Aug 2020 6:00 AM GMT