मान्यता: तुलसी के पौधे को शाम के समय ना लगाएं हाथ, गुरुवार को रखें इन बातों का ख्याल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में वैसे तो हर दिन का अपना एक अलग महत्व है, लेकिन गुरुवार का महत्व अलग है। गुरुवार को बृहस्पति यानी कि देवताओं के गुरु का दिन माना जाता है। मान्यता है कि बृहस्पति भाग्य के कारक होते हैं। ऐसे में इस दिन कई बातों का ध्यान रखा जाता है। कहा जाता है कि इस दिन भूलकर भी ऐसा काम नहीं करना चाहिए, जिससे शरीर या घर में अपशगुन हो और किसी अनहोनी की आशंका हो।
ज्योतिष शास्त्र की मानें तो इसका संबध जहां बृहस्पति ग्रह से है, वहीं इसे नारायण का दिन भी कहा जाता है। यह बात तो सिर्फ गुरूवार की हुई, बाकी दिनों की बात करें तो माना जाता है कि शाम के समय तुलसी के पौधे को नहीं छूना चाहिए। आखिर ऐसा क्यों है, आइए इन दोनों विषयों से जुड़ी जानकारी पर प्रकाश डालते हैं...
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गुरुवार को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए
- वीरवार को बाल या नाखून नहीं काटना चाहिए। आमतौर पर लोग बाल और दाढ़ी नहीं बनवाते। इसके पीछे मान्यता है कि गुरुवार को जो लोग बाल कटाते हैं और शेविंग करते हैं, उनका भाग्य खराब हो जाता है।
- माना यह भी जाता है कि इससे घर के मुखिया और बच्चों की आयु घटती है या उनके साथ कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है।
- शास्त्रों के अनुसार महिलाओं की जन्मकुंडली में बृहस्पति पति और संतान का कारक होता है। इसका भावार्थ यह है कि गुरु ग्रह संतान और पति दोनों के जीवन को प्रभावित करता है।
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शाम को तुलसी को ना लगाएं हाथ
तुलसी के पौधे की हिन्दू धर्म में अत्यधिक मान्यता और महत्व है। शाम के वक्त लोग तुलसी के सामने दीप जलाते हैं, उसकी अर्चना करते हैं। हालांकि इस बात का ध्यान रखा जाता है कि कोई उसे छुए नहीं। धार्मिक मान्यता है कि शाम को तुलसी के सामने दीप जलाने से लक्ष्मी जी की कृपा होती है। लेकिन अगर आप शाम को तुलसी को छूते हैं या उन्हें जल देते हैं तो इससे वो नाराज होती हैं।
ऐसी मान्यता है कि शाम के समय तुलसी जी आराम करती हैं और छूने से वो जग जाती हैं। नींद में खलल पड़ने की वजह से वो अपने भक्तों पर कृपा नहीं करतीं। वहीं दूसरी ओर वैज्ञानिक भी मानते हैं कि रात के समय पौधों को जल नहीं डालना चाहिए।
Created On :   22 April 2020 12:03 PM GMT