भड़ली नवमी 2020: आज है अबूझ मुहूर्त, शादी और शुभ कार्य करने के लिए है सबसे अच्छा समय
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिन्दू धर्म में किसी भी कार्य के पहले शुभ मुहूर्त जरूर देखा जाता है। फिर बात हो शादी विवाह की तो इसके लिए भी साल भर में कुछ चुनिंदा तारीखें ही कैलेंडर में होती हैं। जो कि हिन्दू पंचाग से ज्योतिषाचार्य द्वारा बताई जाती हैं। हालांकि एक दिन ऐसा भी आता है जब आप बिना किसी पंडित या ज्योतिष से पूछे बिना ही शादी या कोई शुभ कार्य कर सकते हैं। इसे भड़ली नवमी के नाम से जाना जाता है, जो कि इस वर्ष 29 जून को पड़ रही है। इस दिन अबूझ मुहूर्त होने के कारण बिना मुहूर्त देखे विवाह की रस्में निभाई जा सकेंगी।
हालांकि ऐसा नहीं है कि भड़ली नवमी एक मात्र दिन हो, जब आप शुभ कार्यों को बिना किसी मुहूर्त या ब्राम्हण के परामर्श के शुभ कार्य या शादी कर सकते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार भड़ली नवमी के अलावा साल भर में बसंत पंचमी, फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि, राम नवमी, जानकी नवमी, वैशाख माह की पूर्णिमा, गंगा दशमी को भी अबूझ मुहूर्त होता है।
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भड़ली नवमी का महत्व
दरअसल, गुप्त नवरात्रि जिस नवमी तिथि को समाप्त होते हैं, उन्हें भड़ली नवमी कहा जाता है। यह अषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को पड़ती है। उत्तर भारतीय इलाकों में ये मान्यता है कि भड़ली नवमी शादी जैसे शुभ संस्कार के लिए एक अबूझ मुहूर्त है। इसके दो दिन बार ही देवशयनी एकादशी है, इस दौरान लगातार चार महीने तक विष्णु भगवान निद्रा में लीन रहते हैं।
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हिंदू धर्म में इस दौरान कोई भी शुभ काम करने की मना ही होती है। इसके बाद जब देवउठनी एकादशी के दिन जब वो जागते हैं तभी कोई शुभ काम शुरू किए जा सकते हैं। इस वर्ष एक जुलाई को देवशयनी के बाद विवाह आदि अनुष्ठान वर्जित रहेंगे।
Created On :   27 Jun 2020 11:12 AM GMT