वक्री से मार्गी हुए शनि, इन्हें मिलेगी कष्टों से मिलेगी राहत
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शनि देव न्याय प्रिय और कर्मफल दाता हैं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि ग्रह कर्म और सेवा का कारक होता है इसलिए इसका सीधा संबंध आपकी नौकरी और व्यवसाय से भी होता है। फिलहाल शनि 18 सितंबर यानी कि आज से धनु राशि में ही वक्री से मार्गी हो गए हैं। इनके मार्गी होने से सभी राशियों पर इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। ज्योतिषों के अनुसार शनिदेव दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर मार्गी हुए।
इन राशियों के लिए शुभ और अशुभ
शनि के धनु राशि में मार्गी होने से मेष, कर्क, सिहं, कन्या, वृश्चिक, कुंभ और मीन राशि के लोगों को लाभ मिलेगा। वहीं वृष, मिथुन, तुला, धनु और मकर राशि वालों को सतर्क रहने की जरुरत होगी।
141 दिन बाद वक्री से मार्गी
आपको बता दें कि शनि पूरे 141 दिन बाद वक्री से मार्गी होने जा रहे हैं। शनिदेव 24 जनवरी 2020 तक मार्गी रहेंगे। ज्योतिषों के अनुसार शनि के मार्गी होने पर शनि की साढ़े साती, ढैया के साथ शनि से पीड़ित लोगों को कष्टों से राहत मिलेगी। इससे पहले 30 अप्रैल 2018 को वक्री हुए थे।
अशुभ- प्रभाव में कमी
मकर और कुंभ राशि के स्वामी शनि तुला राशि में उच्च के होते हैं। शनि महाराज 30 अप्रैल को सुबह 6:20 पर वक्री हुए थे। इनका वक्री से मार्गी होना फलित ज्योतिष के साथ-साथ मेदिनी ज्योतिष के लिए भी बड़ी घटना है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार दो ग्रह राहु- केतु को छोड़कर आज से सभी ग्रह मार्गी रहेंगे।
शनि के मार्गी शनिदेव का वक्री अथवा मार्गी होना पृथ्वीवासियों के प्रति बड़ी घटना के रूप में देखा जाता है। जिस राशि पर भ्रमण करने के मध्य ये वक्री रहते हैं, उन्हें काफी मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है। शनि के मार्गी होने से पिछले कुछ समय से चली आ रही परेशानियां खत्म होंगी। क्योंकि, वक्री शनि जातकों के जीवन में भारी उतार-चढ़ाव लाते हैं किंतु मार्गी होने पर इनके अशुभ प्रभाव में कुछ कमी आ जाती है।
Created On :   18 Sept 2019 5:29 AM GMT