दाम्पत्य दोष दूर करता है सौभाग्य सुंदरी व्रत, जानें पूजा विधि
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सौभाग्य सुंदरी व्रत इस बार 8 अप्रैल 2019 को है। सुहागिन स्त्रियों के लिए यह दिन सौभाग्य सुंदरी व्रत के नाम से मनाया जाता है। पौराणिक परम्परा के अनुसार, माता पार्वती ने इस व्रत को किया था। सुहागन स्त्रियों के लिए यह व्रत सौभाग्य देने वाला होता है। संतान सुख और के लिए महिलाएं यह व्रत रखती हैं। इस व्रत को करने से भगवान शिव और माता पार्वती प्रसन्न होते हैं, जो भी स्त्री इस व्रत को करती है उसे माता पार्वती अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद देती हैं।
पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सच्चे मन से व्रत रहने से दाम्पत्य जीवन का दोष दूर होता है और जिस अविवाहित कन्या का विवाह न हो रहा हो या देरी हो रही हो या वो मांगलिक है, तो उसके सभी कष्ट शीध्र ही दूर हो जाते हैं।
सौभाग्य सुंदरी व्रत की पूजा विधि :-
इस दिन सर्वप्रथम अपने दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर स्नानआदी करें। फिर माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा के लिए थाल सजाएं। थाल में पूजा की सामग्री रखें जैसे फूलों की माला, फल, लड्डू, पान, सुपारी, इलायची, लौंग आदि रख लें। साथ में माता पार्वती के लिए लाल साड़ी, चूडियां, बिंदी, कुमकुम, मेंहदी, पायल आदि रख लें। इसके बाद शुद्ध मन से शिव-पार्वती की पूजा करें और ये सभी चीजें क्रम से शिव-पार्वतीजी को अर्पित करें। शिव परिवार की पूजा के बाद नौ ग्रहों की भी पूजा अवश्य करें।
सौभाग्य सुंदरी व्रत की पूजा का प्रभाव :-
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, शिव-पार्वती की पूजा करने से पति और संतान की उम्र लंबी होती है और उनका जीवन सुखमय होता है।
जिन सुहागिनों को अपने वैवाहिक जीवन में कष्टों का सामना करना पड़ रहा है और जिस किसी अविवाहित कन्या का विवाह होने में बार-बार बाधा आ रही है उन कन्याओं को इस व्रत को अवश्य ही करना चाहिए। इस व्रत को सच्चे मन से व्रत करने पर वैवाहिक जीवन सुखमय हो जाता है।
Created On :   4 April 2019 1:24 PM IST